इस गांव में गरीब लोगों को न तो सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह है न ही साफ सफाई, सब एक दूसरे के साथ वैसे ही बिना किसी परहेज के रह रहे हैं. वे इस वक्त भोजन उपलब्ध न होने के कारण ज्यादा परेशान हैं क्योंकि न काम है न पैसा. वनवासियों को प्रशासन से मदद का इंतजार है.