राजस्थान के धौलपुर जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी पर घूमने गए चार दोस्तों में दो दोस्त पानी के तेज बहाव में बह गए. घटना की जानकारी जैसे ही स्थानीय प्रशासन को हुई तो हड़कंप मच गया. मौके पर प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल के साथ चंबल नदी पहुंचे. जहां एसडीएम धीरेंद्र सोनी के नेतृत्व में दोनों दोस्तों को पानी से निकालने के लिए गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया लेकिन अब तक दोनों युवकों का पता नहीं लग सका है.
स्थानीय गोताखोर नाव से नदी में लोहे के जाल डालकर दोनों दोस्तों को तलाशने का प्रयास कर रहे हैं. उधर दोनों दोस्तों के परिजनों में हाहाकार मचा हुआ है. घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. फिलहाल अभी तक चंबल में डूबे दोनों दोस्तों का कोई सुराग नहीं लगा है. दरअसल, धौलपुर शहर के रहने वाले चार दोस्त 16 वर्षीय रोहन यादव ,18 वर्षीय छोटू, 23 वर्षीय जावेद और 16 वर्षीय चित्रांश शर्मा चंबल नदी पर घूमने गए थे.
घटना के चश्मदीद और दोस्त जावेद ने बताया कि नदी पर पहुंचने के बाद हम चारों पुराने पुल के नीचे बैठ गए लेकिन रोहन यादव और छोटू दोनों दोस्त पानी में नहाने की जिद करने लगे. चश्मदीद ने बताया कि दोनों को नदी में नहीं नहाने के लिए काफी समझाया था लेकिन वे नहीं माने और कपड़े उतार कर नदी में कूद गए. पानी की रफ्तार काफी तेज होने पर दोनों दोस्त बहने लगे. चीखते-चीखते दोनों दोस्त काफी दूर तक पानी में बह गए. उसके बाद दोनों चंबल नदी के गहरे पानी में डूब गए.
घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. लोगों ने घटना की सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी. सूचना पाकर एसडीएम धीरेंद्र सिंह, सीओ सिटी देवीसहाय मीणा और थाना प्रभारी चंद्रभान सिंह मौके पर पहुंच गए. उन्होंने स्थानीय गोताखोरों को बुलाकर नाव की मदद से नदी में डूबे दोनों युवकों को निकालने के लिए रेस्क्यू चलाया लेकिन देर शाम तक दोनों युवकों का कोई सुराग नहीं लग सका.
एसडीएम धीरेन्द्र सोनी ने बताया कि प्रशासन के स्पेशल गोताखोरों को भी बुलाया जा रहा है. देर रात तक दोनों युवकों का सुराग नहीं लगा तो सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा. उधर दोनों युवकों के डूबने के बाद परिजन शोक में डूबे हैं. दोनों युवकों के परिजन चंबल नदी पर पहुंच गए हैं. बता दें कि चंबल नदी अभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी और इस समय भी चंबल नदी में काफी पानी हैं. मगरमच्छ भी काफी अधिक हैं, जिससे गोताखोरों को रेस्क्यू में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.