वैज्ञानिकों का दावा है कि शुद्ध ऑक्सीजन से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को उल्टा किया जा सकता है. इस प्रयोग के दौरान लोगों को प्रेशर से भरे ऑक्सीजन चैंबर में रखा गया था. इस प्रयोग में सामने आया कि इससे टेलोमेर्स में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखने को मिली है. टेलोमेर इंसानों के क्रोमोसॉम को प्रोटेक्ट करता है जिसके चलते लोगों में एज रिवर्सल यानी इंसान के बूढ़ा होने की प्रक्रिया धीमी पड़ती है.
ये स्टडी जर्नल एजिंग में पब्लिश हुई है. इस प्रक्रिया में 64 साल के 35 स्वस्थ लोगों ने हिस्सा लिया था. ये सभी लोग ऑक्सीजन प्रेशर से भरे चैंबर में बैठे थे और उन्होंने 100 प्रतिशत शुद्ध ऑक्सीजन को मास्क के जरिए लिया था. ये सेशन 90 मिनट तक चला था और ये प्रक्रिया हर हफ्ते पांच दिन होती थी. इस पूरी स्टडी की प्रक्रिया तीन महीनों तक चली थी.
टेलोमेर्स बढ़ती उम्र के साथ ही नैचुरली कम होने लगते हैं जिसके चलते कैंसर, अल्जाइमर और पार्किंसन जैसी बीमारियां हो सकती हैं. लेकिन इस प्रयोग में इन लोगों में टेलोमेर्स की मात्रा इतनी बढ़ गई जितनी आम तौर पर बेहद यंग युवाओं में देखने को मिलती है.
इस स्टडी में ये भी पाया गया कि इस एक्सपेरिमेंट के बाद शरीर के senescent cells की मात्रा 37 प्रतिशत तक कम हो गई थी. इन सेल्स की कमी को भी उम्र के बढ़ने से भी जोड़कर देखा जाता है. इससे पहले डेविड फिंचर की फिल्म द क्यूरिस केस ऑफ बेंजामिन बटन में एज रिवर्सल की प्रक्रिया देखने को मिली थी जिसमें ब्रैड पिट का किरदार बूढ़ा होते-होते जवान और फिर बच्चा बन गया था
तेल अवीव हायपरबेरिक मेडिसिन एंड रिसर्च में काम करने वाले और इस स्टडी के रिसर्चर डॉ आमिर ने कहा कि अब तक लाइफस्टायल में कुछ बदलाव और काफी हार्ड एक्सरसाइज के चलते ये फायदा देखने को मिला था लेकिन शुद्ध ऑक्सीजन की इस प्रक्रिया के सहारे सिर्फ तीन महीने की थेरेपी में हम टेलोमेर की लंबाई को काफी ज्यादा बढ़ाने में कामयाब रहे जो काफी आश्चर्यजनक बात है.