पूरी दुनिया में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस की वजह से अब तक 18 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और भारत में भी इस वायरस से 11 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार ने लोगों को कोरोना वायरस से पीड़ित शख्स से दूरी बनाए रखने और उससे नहीं मिलने की हिदायत दी है लेकिन आम लोग ही नहीं कुछ अधिकारी भी इसका पालन नहीं कर रहे जिससे इसके फैलने का खतरा और बढ़ गया है. ऐसे ही एक अधिकारी को कोरोना पीड़ित बेटे से मिलना भारी पड़ा और उनके खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है.
दरअसल तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले के एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) का जब टेस्ट किया गया तो वो कोरोना वायरस से पीड़ित निकले. इसके एक दिन बाद ही जब उसी अधिकारी के बेटे की जांच की गई तो वो भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया.
देर रात जारी किए गए बयान में अधिकारियों ने बताया कि 57 साल के पुलिस अधिकारी के साथ ही उनके घर में काम करने वाली 33 साल की महिला सहयोगी को भी वायरस से पीड़ित पाया गया.
डीएसपी के बेटे के परीक्षण के बाद उससे दो लोगों के संक्रमित होने पर भद्राद्री कोठागुडेम जिले में उस आवास के 3 किमी के भीतर में एक नियंत्रण केंद्र स्थापित किया जा रहा, जहां डीएसपी का बेटा रह रहा था. इसके साथ ही 7 किमी का बफर जोन भी बनाया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वायरस और अधिक न फैल जाए.
बता दें कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी की गई है. डीएसपी और उनके बेटे के खिलाफ 18 मार्च को लंदन से देश वापस लौटने की सूचना कथित रूप से स्वास्थ्य अधिकारियों को नहीं देने पर मामला भी दर्ज किया गया था क्योंकि बाद में उन्हें कोरोना से संक्रमित पाया गया था.
पुलिस के अनुसार, डीएसपी एसएम अली ने बेटे के विदेश से लौटने के बाद उन अधिकारियों को सूचित नहीं किया जिन्हें विदेश से लौटने वाले हर शख्स को अपनी जानकारी देनी होती है. खबरों के मुताबिक, डीएसपी का बेटा कई बार विदेश गया था और 19 मार्च को बाल कटवाकर आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी में एक पारिवारिक समारोह में भी शामिल हुआ था.
अधिकारियों ने बाद में राज्य सरकार द्वारा अनिवार्य रूप से अधिकारी की जांच की तो उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई. अली वर्तमान में कोठागुडेम शहर के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी के रूप में काम कर रहे हैं.
पुलिस ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ IPC की धारा 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा) के तहत मामला दर्ज किया है और FIR की एक कॉपी उन्हें भी दे दी गई है.
एहतियातन डीएसपी के साथ, उनकी पत्नी, बेटे, और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को भी आइसोलेशन में रखा गया है ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से किसी भी कीमत पर रोका जा सके.
बता दें कि देशभर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अब तक 582 कंफर्म केस मिले हैं. इसमें 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 46 लोग ठीक हो चुके हैं. कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र और केरल प्रभावित हैं. महाराष्ट्र में 112 और केरल में 105 केस सामने आए हैं. कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया है.