भेष और नाम बदलने में माहिर 31 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई महिला आखिर सलाखों के पीछे पहुंच ही गई. वेबसाइट daily star के मुताबिक आरोपी महिला द्वारा 50 से ज्यादा आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया गया. अदालत ने उसे दो साल की सजा सुनाई है. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
अपराधों की लंबी लिस्ट बना चुकी इस जालसाज महिला का नाम सामंथा अजोपार्डी है. 31 वर्ष की इस महिला ने ऐसे कारनामे किए हैं, जिन्हें जानकर हैरान रह जाएंगे. कभी स्कूल गर्ल, तो कभी एथलीट बनकर कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. साफ शब्दों में समझा जाए, तो लोगों को अपने जाल में फंसाकार इस महिला के द्वारा आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया जाता था. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
गिरफ्तारी के बाद इस महिला को जब कोर्ट में पेश किया गया, तो उसके अधिवक्ता ने बचाव करते हुए कहा कि उसे "गंभीर व्यक्तित्व विकार" की बीमारी है, जिसकी वजह से उसके द्वारा कई अपराध हुए हैं. हालांकि उस पर सबसे गंभीर मामलों में बच्चा चोरी का आरोप लगा है. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
अजोपार्डी अपने नवीनतम घोटाले में तब पकड़ी गई, जब वह नवंबर 2019 में बेंडिगो में 10 महीने और चार साल की बच्ची के साथ एक स्कूली छात्रा की ड्रेस में मिली. वह बच्चों के फ्रांसीसी माता-पिता को यह धोखा देने में कामयाब रही कि वह एक पेशेवर नैनी है और उन्हें बताया कि वह उन्हें पिकनिक पर ले जा रही है. पिकनिक के बजाय अज़ोपार्डी उन्हें एक स्वास्थ्य क्लिनिक में ले गई और कर्मचारियों को बताया कि वह 14 साल की गर्भवती है, जिसके साथ उसके रिश्तेदार ने दुर्व्यवहार किया है. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
इतना ही नहीं अपनी झूठी कहानी को सही साबित करने के लिए उसने एक अंजान शख्स से फोन भी करा दिया. हालांकि एक स्टाफ सदस्य ने जालसाज महिला को पहचान लिया और पुलिस को बुला लिया, जिसके बाद में विक्टोरिया पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि अजोपार्डी के अपराधों की कहानी यहां समाप्त नहीं होती है. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
अजोपार्डी ने बास्केटबॉल खिलाड़ी टॉम जार्विस और उनकी पत्नी जैज को भी अपने जाल में फंसाया. उसने इस दंपति को अपना नाम साका बताते हुए कहा कि वह अमेरिका से है. उसने यहां चोरी की घटना को अंजाम दिया और फरार हो गई. इतना ही नहीं अज़ोपार्डी ने 2014 में डबलिन में भी खूब सुर्खियां बटोरीं, जब उसे तस्करी की शिकार होने का नाटक करते हुए सड़क पर घूमते हुए देखा गया. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
सुनवाई के दौरान मजिस्ट्रेट जोहाना मेटकाफ ने फैसला किया कि सामंथा अजोपार्डी बच्चे की चोरी के सबसे गंभीर अपराध के लिए अधिक समय के लिए जेल की हकदार थी. न्यायाधीश ने कहा कि सामंथा के विचित्र अपराध के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है. हालांकि किसी भी बच्चे को उसके माता-पिता से लंबे समय तक अलग रखना स्वीकार नहीं है, लेकिन वह बच्चों को उनसे हमेशा के लिए दूर नहीं करना चाहती थी, ना ही उसके द्वारा बच्चों को कोई नुकसान पहुंचाया गया. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)