'बिकनी किलर' और 'सीरियल किलर' के नाम से मशहूर रहे चार्ल्स शोभराज एक बार फिर सुर्खियों में हैं. नेपाल की जेल में एक दशक से भी ज्यादा समय से कैद शोभराज का इंटरव्यू सामने आया है. वहीं इस इंटरव्यू के रिलीज होने के बाद से नेपाल प्रशासन के होश उड़ गए हैं कि आखिर जेल के अंदर बैठे शोभराज ने इंटरव्यू कैसे दे दिया.
नेपाल के गृह मंत्रालय का कहना है कि किसी कैदी का मीडिया को इंटरव्यू देना गैरकानूनी है. वहीं सेंट्रल जेल की जेलर ने बीबीसी के साथ बातचीत में कहा कि शोभराज ने जेल के अंदर से कैसे इंटरव्यू दे दिया, इसका पता लगाने के लिए हमारे पास 10 दिन का समय है. हो सकता है कि शोभराज ने अपने परिवार, रिश्तेदारों या दोस्तों को बुलाया हो और मीडिया को अपना इंटरव्यू रिकॉर्ड कराया हो, लेकिन इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है.
जेलर का ये भी दावा है कि जेल में फ्रांसीसी भाषा के अनुवादक की कमी के कारण भी ऐसी समस्या हो सकती है. उन्होंने दावा किया कि शोभराज ने फ्रेंच और अंग्रेजी की मिलीजुली भाषा का इस्तेमाल किया हो और हो सकता है कि उन्होंने अनुवादक न होने की कमी का फायदा उठाया हो. जेल का प्रशासन भी कैदियों की बैठक की जगह के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहा है.
जेल के नियमों के अनुसार, 70 साल के ज्यादा उम्र के नेपाली कैदियों को उनके अच्छे आचरण के आधार पर रिहा किया जा सकता है. फ्रांस से ताल्लुक रखने वाले चार्ल्स ने कहा है कि इस प्रावधान को विदेशियों पर भी लागू किया जाना चाहिए और इसी के चलते उन्होंने कई बार अपनी रिहाई के लिए याचिका भी दायर की है.
बता दें कि शोभराज के पिता भारत से हैं, वहीं उनकी मां वियतनाम से हैं. चार्ल्स पर 70 के दशक में भारत, थाईलैंड, तुर्की और ईरान में 20 से अधिक लोगों की हत्या के आरोप लगे हैं. चार्ल्स को हिप्पियों से सख्त नफरत थी और वे अपने लुक्स और पर्सनैलिटी के चलते काफी सुर्खियों में भी रहे. वे 1976 से 1997 तक भारत की जेल में रहे और साल 2003 से नेपाल की जेल में बंद हैं.