सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन से कोरोना वायरस के संक्रमण पर क्या असर पड़ा? क्या लॉकडाउन से केस घट गए या फिर लॉकडाउन बहुत अधिक प्रभावी नहीं रहा. अमेरिका में इसको लेकर एक स्टडी की गई थी जिसका रिजल्ट सामने आया है.
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने अमेरिका की 1417 काउंटी में कोरोना संक्रमण दर की पड़ताल की. करीब दो महीने के डाटा का विश्लेषण करने पर चौंकाने वाले नतीजे सामने आए. अन्य देशों में लॉकडाउन के असर को समझने में भी इस स्टडी से मदद मिल सकती है.
medRxiv.org पर प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, रिसर्चर्स को पता चला कि अमेरिका की 1417 में से 82 फीसदी काउंटी लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से कोरोना संक्रमण दर को कम करने में कामयाब रहे. 28 मई तक 1177 काउंटी में संक्रमण दर R1 से कम थी.
अमेरिका के बड़े हिस्से में लॉकडाउन की वजह से संक्रमण दर काफी अधिक घट गई. एक पीड़ित व्यक्ति से औसतन एक से कम व्यक्ति ही संक्रमित हुए.
स्टडी में यह भी देखा गया कि अमेरिका के शहरों में जब स्थानीय प्रशासन ने आदेश जारी किए तो लोगों ने बेहतर तरीके से उसका पालन किया. वहीं, गांवों में केंद्रीय सरकार के आदेशों पर अधिक रेस्पॉन्स मिला.
रिसर्च में यह भी पता चला कि कोरोना महामारी शुरू होने के साथ ही ज्यादातर इलाकों में संक्रमण दर R3 या अधिक था. यानी एक संक्रमित लोग 3 या इससे अधिक लोगों में बीमारी फैला रहे थे. लेकिन लॉकडाउन से ये घटकर R1 के करीब आ गया.
अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस के 18 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. एक लाख 5 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.