साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून यानी रविवार को होगा. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार सूर्य ग्रहण सुबह 9.16 बजे शुरू होगा. यह दोपहर 2.02 बजे तक चलेगा. यानी करीब 6 घंटे तक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. इस पूरे समय में सूर्य ग्रहण वलयाकार (Annular) रहेगा.
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वलयाकार स्थिति पूरी करने के बाद यह दोपहर 3.04 बजे तक आंशिक अवस्था में रहेगा. इसके बाद सूर्यग्रहण दिखना बंद हो जाएगा. (फोटोः रॉयटर्स)
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इस साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को होगा. यह एक पूर्ण सूर्यग्रहण होगा. जबकि, 21 जून को दिखने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक होने के बाद भी आसमान में रिंग ऑफ फायर बनाएगा. जिसे देखने के लिए देश-दुनिया के वैज्ञानिक इंतजार कर रहे हैं.
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उत्तरी राज्यों यानी राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड में वलयाकार यानी पूर्ण छल्लेदार अवस्था दिखेगी. जबकि, बाकी देश में यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा. (फोटोः नासा)
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जिन इलाकों में सूर्य ग्रहण पूरी तरह से रिंग ऑफ फायर जैसा दिखाई देगा, वो हैं - देहरादून, कुरुक्षेत्र, चमोली, जोशीमठ, सिरसा, सूरतगढ़. इन जगहों पर सूर्य ग्रहण का पूर्ण छल्ला 98.6 फीसदी तक दिखाई देगा. (फोटोः रॉयटर्स)
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आंशिक ग्रहण की स्थिति में चंद्रमा सूर्य को पूरा नहीं ढंकता. दिल्ली में 94 फीसदी, गुवाहाटी में 80 फीसदी, पटना में 78 फीसदी, कोलकाता में 66 फीसदी, मुंबई में 62 फीसदी और पोर्ट ब्लेयर में 28 फीसदी छल्ला दिखाई देगा. (फोटोः रॉयटर्स)
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पूर्ण छल्ला जिन स्थानों पर दिखाई देगा, वहां के लोग उसे 31 से 45 सेकंड के लिए ही देख पाएंगे. इसके बाद छल्ले के आकार में बदलाव आ जाएगा. (फोटोः गेटी)
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पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार ये सूर्यग्रहण खुली आंखों से नहीं देखा जा सकता. बेहतर होगा कि लोग काले चश्मे या वैज्ञानिक दूरबीन से देखें. लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि ऐसी कोई हरकत न करें जिससे उनकी आंखों की रोशनी पर कोई दुष्प्रभाव पड़े.
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बेहतर होगा कि लोग एल्यूमिनाइज्ड मायलार, काला पॉलीमर, वेल्डिंग ग्लास, या 14 नंबर शेड वाला चश्मा जैसा कुछ पहन लें. (फोटोः रॉयटर्स)