इटली में गलती से दो ऑफ-ड्यूटी पुलिस अधिकारियों ने एक ऐसे मामले को सुलझा दिया जिसके लिए वहां की जांच एजेंसी बीते 10 सालों से मेहनत कर रही थी. दरअसल रोमन शताब्दी के विला मारिनी डेट्टिना पार्क से लगभग 10 साल पहले 1 शताब्दी ईसा पूर्व की एक संगमरमर मूर्ति "तोगाटस" अज्ञात लुटेरों द्वारा चोरी कर ली गई थी. पुलिस करीब 10 सालों से उस मूर्ति को ढूंढ रही थी. (तस्वीर - italian culture ministry)
अधिकारियों के अनुसार, एक पुरातत्व स्थल से लूटे जाने के लगभग एक दशक बाद ऑफ-ड्यूटी अधिकारियों की एक दुकान में इस पर नज़र पड़ी जिसके बाद सारा केस सुलझ गया. इटली की हेरिटेज कैराबेनियरियर यूनिट के अनुसार, रोमन शताब्दी के विला मारिनी डेट्टिना पार्क से लगभग 10 साल पहले 1 शताब्दी ईसा पूर्व सिर रहित संगमरमर की मूर्ति अज्ञात लुटेरों ने चुरा ली थी. (तस्वीर - italian culture ministry)
दो ऑफ-ड्यूटी पुलिस अधिकारी बेल्जियम में एक प्राचीन दुकान में घुमने के लिए घुस गए जहां उन्होंने चोरी की गई प्रतिमा को कपड़ों से ढका देखा, इटली लौटने पर अधिकारियों ने संदेह होने पर उस मूर्ति को लेकर साक्ष्य और जानकारी जुटाई. (तस्वीर - italian culture ministry)
अधिकारियों ने चोरी-छिपे ऐसी कलाकृतियों को बेचने वाले डेटाबेस के साथ बेल्जियम में ली गई तस्वीरों को क्रॉस-रेफ़र किया और इसकी वास्तविक उत्पत्ति का पता लगाया. अधिकारियों ने कहा कि मूर्ति की कीमत 100,000 यूरो (119,668 डॉलर) तक पहुंच चुकी थी. हालांकि समय रहते मूर्ति को जब्त कर लिया गया और उन्हें इटली लाया गया. (तस्वीर - italian culture ministry)
अधिकारियों ने कहा कि बेल्जियम के अधिकारियों के सहयोग से की गई जांच में इतालवी व्यापारी के नेतृत्व में सांस्कृतिक वस्तुओं की अवैध तस्करी का पता चला है जो एक फर्जी स्पेनिश नाम का इस्तेमाल करती है. चोरी की मूर्ति को निर्यात करने के मामले में इटली की तरफ से रोमन कार्यालय को आगे की कार्रवाई के लिए कहा गया है. (तस्वीर - italian culture ministry)