तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट आज अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाएगा. सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला सुबह करीब 10.30 बजे तक आ सकता है
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में ट्रिपल तलाक के ऐसे कई अजीबों-गरीब मामले सामने आए, जिससे इस मुद्दे पर महिलाओं द्वारा आंदोलन करने पर मजबूर हो गई. ऐसा ही एक मामला इस साल जनवरी में कानपुर के अशोक नगर में रहने वाली आलिया सिद्दिकी का था. आलिया को उसके पति नासिर ने कोरियर से तीन तलाक भेजा.
इसका विरोध करने पर नासिर ने उसके चेहरे पर तेजाब फेंकने की धमकी दी. आलिया का पति नासिर बिजनौर में असिस्टेंट लेबर कमिशनर हैं.
दरअसल नासिर ने आलिया से बिना दहेज के शादी करने की बात कही थी. दोनों ने 23 नवंबर 2016 को इलाहाबाद में धूमधाम से निकाह किया. निकाह के बाद जब
वो कन्नौज लौट रही थी तब नासिर ने रात होने की वजह से कानपुर के लैंडमार्क होटल में ही रुक गया और वहीं सुहागरात मनाई. आलिया का आरोप है कि दूसरे दिन
सुबह नासिर ने उससे जमकर मारपीट की. शादी वाले दिन नासिर और उसके परिवार ने दहेज में फॉर्च्यूनर कार और 25 लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे. आलिया को
ससुराल छिबरामऊ में जाते ही नासिर के पहली शादी की जानकारी मिली. आलिया ने विरोध किया तो उसको धक्के मारकर ससुराल से निकाल दिया गया. जनवरी 2017 में
फिर से ससुराल गई लेकिन उसको घर में नहीं घुसने दिया गया. आलिया मायके वापस आ गयी, और 30 जनवरी को उसको एक कुरियर मिला. उसमें कागज पर तीन तलाक लिखा था.
पिछले साल राजस्थान के जयपुर की रहने वाली आफरीन के पति ने उन्हें स्पीड पोस्ट के जरिए तलाकनामा भेजकर तलाक दे दिया. 25 साल की आफरीन की शादी
2014 में मेट्रोमोलियन पोर्टल के जरिए हुई थी. आफरीन का कहना है, ‘शादी के दो-तीन महीने के बाद ही मेरे ससुराल वालों ने मुझे मानसिक तौर पर परेशान करना शुरू
कर दिया और दहेज मांगने लगे. बाद में उन्होंने मुझे मारना भी शुरू कर दिया और सितंबर में मुझे उनके घर से निकल जाने के लिए कहा. आफरीन जब मायके में थी तो उसे स्पीड पोस्ट के जरिए यह तलाकनामा मिला है.’ इसके बाद आफरीन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया और उन्होंने कोर्ट में ‘तीन तलाक’ को चुनौती दी है.
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में नेटबॉल की नेशनल प्लेयर शुमायला को उसके पति ने लड़की पैदा होने पर तलाक दे दिया. दरअसल, शुमायला की शादी 9 फरवरी 2014 को लखनऊ में हुई थी.
शुमायला के सुसराल पक्ष वाले दहेज की मांग को लेकर परेशान करने लगे थे जिससे उसके शोहर ने भी उसे परेशान किया शारीरिक और मानसिक शोषण किया. लेकिन जब शुमायला प्रेगनेंट हो गयी तो उसके पति ने उसका भ्रूण लिंग चेकअप कराया जिसमें शुमायला के लड़की होने का पता चला तो, उसे अपने मायके भेज दिया था.
शुमायला ने 15 मई 2015 को मुरादाबाद जिले में एक अस्पताल जब लड़की को जन्म दिया तो पति फारुख अली लड़की होने से बहुत नाराज हुआ और शुमायला का शोहर उसका उड़पीड़न करने लगा जिसने शुमायला को 8 फरवरी 2016 को फोन पर तलाक दे दिया.
हैदराबाद की सुमायना नाम की एक महिला को अमेरिका में रह रहे उसके पति ने वॉट्सऐप पर तलाक लिखकर भेजा. मैसेज में ये भी लिखा है कि ये बर्थडे गिफ्ट है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक विक्टिम सुमायना ने बताया, "मेरे सास-ससुर काला जादू करते थे. वे मुझे टॉर्चर करते थे. मैसेज में लिखा गया है, "तलाक, तलाक, तलाक. ये मेरा फैसला है. किसको लाती, किसको बताती. सबको बोलना है, बोल दे. किसका बाप क्या करता. मैं भी अब अपनी बात नहीं बदलता. ये ही चाह रही थी न तू. ले दे दिया तेरे को बर्थडे गिफ्ट."
हैदराबाद में ही एक महिला को उसके पति ने ऐड देकर तलाक दे दिया. 25 साल महिला ने सऊदी अरब में रहने वाले अपने पति मोहम्मद मस्तकुद्दीन पर स्थानीय उर्दू अखबार में विज्ञापन देकर तलाक देने का आरोप लगाया था. महिला ने मस्तकुद्दीन पर 20 लाख रुपये का दहेज मांगने और उसके लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उसने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि उसके पति के सऊदी अरब जाने के बाद ससुरालवालों ने उसे अपने घर में घुसने नहीं दिया.
यूपी के नजीराबाद स्थित शबाना निशा शादी 07 जुलाई 2013 को यूपी के बांदा के बसौदा निवासी सलीम सौदागर से हुई थी. शादी के एक साल बाद जुलाई 2014 में सोते समय उसके पति ने उसे तलाक दे दिया. सोकर उठने के बाद तलाक देने की बात शबाना की देवरानी ने उसे बताई और कहा कि वो घर से चली जाए. एक पैर से विकलांग शबाना अब कपड़ों की सिलाई बुनाई का काम कर गुजर बसर करने को मजबूर है, जबकि उसका पति सलीम ने दूसरी शादी कर ली है.
शबाना के मुताबिक पति ने मुझे सोते हुए में तलाक दे दिया. सुबह देवरानी ने बताया कि भाईजान ने आपको तलाक दे दिया. मैंने मानने से इनकार कर दिया और कहा कि मेरा घर यही है, मैं कहीं नहीं जाऊंगी। इस पर मेरी देवरानी ने कहा कि नहीं ये हराम है, हलाला होगा, आपको इस घर से जाना ही होगा और फिर उन्होंने मुझे हाथ पकड़कर घर से बाहर निकाल दिया.