छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के कलेक्टर रणबीर शर्मा द्वारा एक नवयुवक को थप्पड़ मारने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें हटाने के निर्देश दिए हैं. इस घटना के बाद रणबीर शर्मा एक बार फिर चर्चा में हैं. ये वही रणबीर शर्मा हैं जिन्हें कुछ साल पहले रिश्वतखोरी में एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था.
दरअसल, रणबीर शर्मा 2015 में कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में एसडीएम के रूप में काम करते हुए चर्चा में आए थे. तब वो पटवारी से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए थे. एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद भी उन्हें पद से हटा दिया गया था.
2012 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रणबीर शर्मा को उस समय की घटना के बाद रायपुर में अवर सचिव मंत्रालय के रूप में स्थानांतरित किया गया था. इस मामले में पटवारी सुधीर लाकड़ा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए उन्हें रंगे हाथ पकड़ा गया था. इसके बाद उन पर कार्रवाई की गई थी.
यह सब तब हुआ था जब एसडीएम रणबीर शर्मा ने एक जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में जांच रोकने और कार्रवाई नहीं करने के लिए घूस की मांग की थी. पटवारी सुधीर लकड़ा ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में कर दी थी. इसके बाद ब्यूरो की टीम ने रणनीति के तहत एसडीएम रणबीर शर्मा को उनके चेंबर में घूस लेते पकड़ा था.
फिलहाल अब सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा एक युवक के साथ बदसलूकी करते नजर आए. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद आईएएस एसोसिएशन ने भी रणबीर शर्मा के व्यवहार की निंदा की है. उधर, सीएम बघेल ने रणबीर शर्मा को तत्काल हटा दिया है.
हालांकि, थप्पड़ मारने के बाद एक वीडियो जारी कर रणबीर शर्मा ने माफी भी मांगी. रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के बाद अब रायपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर का नया कलेक्टर बनाया गया है. इस संबंध में राज्य सरकार ने आदेश जारी किया है. रणबीर शर्मा को मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर भेज दिया गया है.