टेकस्टाइल लूम्स, केमिकल, फार्मेसी, पैकेजिंग और इंजीनियरिंग यूनिट को ही चलाने की इजाजत दी है. मगर इसे चलाने के लिए भी मजदूरों की कमी है और जो यहां काम करने आते हैं वो पुलिस की सख्ती की वजह से नहीं आ पा रहे हैं. सचिन नोटीफाइड एरिया औथोरिटी के चेयरमैन महेंद्र रामोलिया का कहना कि यहां ढाई लाख मजदूर काम करते हैं. यहां हुए नुकसान का अंदाजा लगाना मुश्किल है. दो से तीन साल में उद्योग शुरू हो सकता है वो भी तब जब सरकार राहत पैकेज देगी. (प्रतीकात्मक फोटो)