कोरोना से पीड़ित हंसमुख भाई, सूरत शहर के स्मीमेर अस्पताल की बदहाली से बेहाल हैं तो दूसरी तरफ उनके परिवार वालों को अस्पताल के बाहर उनकी चिंता सता रही है. हीरा फैक्टरी में काम करने वाले हंसमुख के भाई, हरी का अपनी भाई के स्वास्थ्य को लेकर रो-रो कर बुरा हाल है. उनका कहना है कि सरकारी अस्पताल में इलाज ठीक से नहीं हो रहा है तो वहीं प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने के लिए उनके पास पैसे नहीं है. ऐसे में वो क्या करें और क्या ना करें, उनकी समझ से बाहर है.