ज्वालामुखी फटने के बाद बाटनगैस प्रांत के कई इलाकों में बारिश भी हुई. राख और बारिश से इस जगहों पर कीचड़ बन गया है. लोगों के घर, गाड़ियां, सड़क, पार्क आदि सब कीचड़ से भर गए हैं. राहत एवं बचावकर्मी इसी कीचड़ के रास्ते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लेकर जा रहे हैं.