भारतीय वायुसेना का मल्टीरोल कॉम्बैट हल्के फाइटर जेट तेजस अब और ताकतवर होगा. उसमें इजरायली रडार को हटाकर स्वदेशी 'उत्तम' रडार लगाया जा रहा है. इससे ये होगा कि देश को इजरायली रडार खरीदने नहीं पड़ेंगे. स्वदेशी रडार से ही देश के लड़ाकू विमानों को अपग्रेड किया जाएगा. उत्तम रडार इतना ताकतवर है कि तेजस की फ्लाइट के समय वह एक साथ 100 टारगेट्स पर नजर रख सकेगा.
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल होने जा रहे 123 तेजस फाइटर जेट्स में से 51 फीसदी में विमानों में उत्तम एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (Active Electronically Scanned Array - AESA) रडार लगाया जाएगा. इंडियन एयरफोर्स को सबसे पहले 40 तेजस मिलेंगे जिसमें इजरायली रडार लगे हुए हैं.
इसके बाद वायुसेना को जो 83 तेजस मार्क-1ए जेट्स मिलने वाले हैं उनमें उत्तम रडार लगा रहेगा. DRDO के चेयरमैन सतीश रेड्डी ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि हमने उत्तम राडार से जो उम्मीद की थी, उसने उससे कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया.
HAL के सीएमडी आर. माधवन कहते हैं कि केंद्र सरकार इस समय रक्षा उपकरण और ढांचागत विकास को स्वदेशी प्लेटफॉर्म पर लाने का प्रयास कर रही है. इसलिए हम ऐसे स्वदेशी उपकरणों का लगातार ट्रायल कर रहे हैं. उन्हें अपने फाइटर जेट्स में जोड़ रहे हैं.
आर. माधवन कहते हैं कि हम चाहते हैं कि तेजस में 62 से 65 फीसदी स्वदेशी उपकरण और लगाएं. उत्तम स्टेट-ऑफ-द-आर्ट AESA रडार है. यह एक साथ 100 टारगेट्स को ट्रैक कर सकता है. साथ ही निगरानी के समय अत्यधिक हाई-रेजोल्यूशन की तस्वीरें ले सकता है.
उत्तम रडार बनाने वाली टीम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर शेशागिरी पी. ने बताया कि हमने उत्तम रडार को दो एलसीए तेजस और एक्जीक्यूटिव जेट पर लगाकर उड़ाया. इसके ट्रायल्स लिए. इसके ट्रायल्स 230 घंटे की उड़ान के दौरान किए गए. जिसमें हमनें पाया कि उत्तम रडार की मदद से बेयोन्ड विजुअल रेंज (BVR) हथियार भी दुश्मन की ओर दागे जा सकते हैं. यानी दुश्मन अगर रडार पर है और वह आंखों से नहीं दिख रहा है तब भी इस रडार की मदद से छोड़ी गई मिसाइल दुश्मन को बर्बाद कर देगी.
शेशागिरी पी. ने बताया कि इस रडार की मदद से हवा से हवा में, हवा से समुद्र में और हवा से जमीन पर हथियारों से हमला किया जा सकता है. वह भी पूरी सटीकता के साथ. चौथी अच्छी बात ये है कि इसमें नेविगेशन टेरेन एवॉयडेंस और वेदर मोड है. यानी बारिश के समय और घने बादलों के बीच भी ये रडार शानदार काम करता है.