मिंग शेन झॉन्ग (Ming Shen Zong)
1572 एडी से लेकर 1620 एडी तक मिंग शेन झॉन्ग ने राज किया. अपने 48 साल के राज में इस राजा ने 20 साल तक अपना दरबार देखा तक नहीं. कभी इसने वहां से कोई काम नहीं किया. यह पूरे समय जमीन के अंदर अपने मकबरे का निर्माण कराता रहा. यह उसी जगह पर अय्याशी करता था. रात भर जश्न मनाता था. जवानी के दिनों में इसने कई युद्ध जीते. कई विद्रोह दबाए. लेकिन इसका राजपाट में मन नहीं लगता था. आखिरकार 1644 में मिंग शेन झॉन्ग का साम्राज्य भ्रष्ट लोगों के हाथों बिक गया और दूसरे मिंग राजा ने इसे हरा कर इसके राजपाट पर कब्जा कर लिया.
इन राजाओं के बारे में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर फ्रांसिस फुकूयामा ने अपनी किताब में लिखा है. इन किताबों के नाम हैं- द एंड ऑफ हिस्ट्री एंड द लास्ट मैन और द ओरिजिंस ऑफ पॉलिटिकल ऑर्डर.