चीन में ओलंपिक गेम्स को कितनी गंभीरता से लिया जाता है, इसका नजारा एक बार फिर देखने को मिला, जब चीन के मिक्स्ड डबल्स टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने सिल्वर मेडल जीतने के बाद भी अपने देश से माफी मांगी. ये खिलाड़ी इस दौरान काफी इमोशनल भी हो गए थे.
चीन के खिलाड़ी Xu Xin और Liu Shiwen को जापानी खिलाड़ियों जुन मिजुतानी और मीमा इटो ने मिक्स्ड डबल्स फाइनल्स में मात दी है. साल 2004 के बाद ये पहली बार है जब चीन के अलावा कोई दूसरा देश टेबल टेनिस में गोल्ड जीतने में कामयाब रहा है.
बता दें कि चीन का टेबल टेनिस और डाइविंग जैसे स्पोर्ट्स में लंबे समय से दबदबा रहा है और इन दोनों ही स्पोर्ट्स में चीन के खिलाड़ियों से गोल्ड मेडल की उम्मीद की जाती रही है. चीन के दबदबे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिल्वर पदक को भी इन प्रतियोगिताओं में असफलता के तौर पर देखा जाता है.
30 साल की फीमेल एथलीट लियु, स्टेट ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी के साथ बातचीत में इमोशनल हो गईं. 30 साल की लियु ने कहा कि मैंने एक तरह से अपनी टीम को फेल किया है. मैं आप सभी से माफी चाहती हूं. गौरतलब है कि दोनों चीनी खिलाड़ियों ने इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी देश से माफी मांगी.
31 साल के Xu ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि ये किसी भी तरीके से एक सुखद अंत नहीं कहा जा सकता है. पूरा देश इस फाइनल से उम्मीदें बांधे हुए था. मुझे लगता है कि हमारी टीम इस नतीजे को बिल्कुल स्वीकार नहीं कर सकती है.
इस गेम के बाद जापान के एक्टर यूकी फुरुकोवा भी चीन के सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर गए थे. उनके पोस्ट को लेकर कुछ इंटरनेट यूजर्स का कहना था कि वे चीन का मजाक उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद यूकी ने अपना पोस्ट भी डिलीट कर दिया था.
हालांकि चीन के इंटरनेट यूजर्स, सेलेब्स और स्टेट मीडिया का एक बड़ा हिस्सा इन सिल्वर पदक विजेताओं को बेहतर फील कराने की कोशिश भी कर रहा था. पीपल डेली के एक आर्टिकल में लिखा था कि जब तक आपने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, तब तक आप ने मजबूत होने का जज्बा दिखाया है.