रूस का प्रशासन सिर्फ सैनिकों को नहीं बल्कि कई कुत्तों को भी युद्ध के लिए प्रशिक्षित कर रहा है. हाल ही में इन वॉर डॉग्स की कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिनमें ये कुत्ते 13 हजार फीट की हैरतअंगेज ऊंचाई से पैराशूट के सहारे नीचे लैंड करते हुए देखे जा सकते हैं.
रूस के डिफेंस मिनिस्ट्री टीवी चैनल के मुताबिक, इन आर्मी वॉर डॉग्स पर किए गए टेस्ट सफल रहे हैं और 13 हजार फीट की ऊंचाई से लैंड होने के बावजूद ये कुत्ते पूरी तरह से सुरक्षित थे और जमीन पर पहुंचने के बाद कमांड्स को फॉलो करने के लिए पूरी तरह से तैयार थे.
पैराशूट टेस्टिंग के विशेषज्ञ एंद्रे तोपोरकोव ने कहा कि ये कुत्ते अब तक आठ जंप लगा चुके हैं. हालांकि जंप लगाने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि इन डॉग्स को एयरप्लेन के अंदर कैसे लेकर जाया जाए क्योंकि ये हमारे लिए चुनौती होती है.
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि एक बार एयरप्लेन में बैठने के बाद वे फ्लाइट का मजा उठाते हैं और कई बार खिड़की से धरती के नजारे भी देखते हैं. जब एयरप्लेन से जंप करने की बारी आती है तो काफी शोर हो रहा होता है. इसके अलावा बहुत अधिक आवाज भी होती है.
उन्होंने आगे कहा लेकिन इन कुत्तों के साथ जंप करने वाले सैनिक इन्हें जंप के दौरान शांत कराते हैं. ये सैनिक पहले इनके साथ थोड़ा समय बिताते हैं. उन्हें खाना खिलाते हैं, उनके साथ बॉन्डिंग करते हैं ताकि ये डॉग इन सैनिकों को ट्रस्ट कर सके और जंप के दौरान परेशान ना हों और सहज रहें.
टोपोरकोव ने आगे कहा कि ये भी जरूरी है कि ये सैनिक मानसिक तौर पर पूरी तरह से तैयार हों. क्योंकि अगर ये सैनिक जंप के समय परेशान होते हैं, घबराते हैं या उन्हें बैचेनी होती है तो चीजें खराब हो सकती हैं क्योंकि कुत्ते इमोशन्स फील कर सकते हैं और इससे उनकी जंप भी नकारात्मक तौर पर प्रभावित हो सकती है.
वही डिजाइन चीफ एलेक्सी कोजिन ने कहा कि इस मामले में अपनी लिमिट्स को पुश करना चाहते हैं और सिर्फ 13 हजार ही नहीं बल्कि हमारी कोशिश है कि 26 हजार फीट से इन डॉग्स को जंप कराया जाए लेकिन इसके लिए ऑक्सीजन सप्लाई करने की जरूरत भी पड़ेगी.