राजस्थान के धौलपुर जिले में कोरोना महामारी से जूझ रहे गरीब मजदूर और अभावग्रस्त परिवारों की मदद के लिए एक ट्रांसजेंडर फरिश्ता बन कर सामने आई हैं. ट्रांसजेंडर द्वारा धौलपुर शहर के रेलवे स्टेशन सड़क मार्ग पर गरीब परिवारों को ड्राई राशन किट वितरित किए हैं. ट्रांसजेंडर संस्था के माध्यम से कोरोना महामारी काल के दौरान तीस हजार से अधिक लोगों को मदद कर चुकी हैं.
ट्रांसजेंडर देविका (देवेंद्र एस मंगलामुखी) को भारत सरकार सर्वोच्च सम्मान से भी सम्मानित कर चुकी है.
कोरोना महामारी की पहली लहर से ही उन्होंने समाज सेवा का संकल्प लिया था. उनके द्वारा समानता का सम्मान सेवा के माध्यम से समाज की विधवा, विकलांग, सेक्स वर्कर और अभावग्रस्त परिवारों के लिए सेवा का काम किया जाता है.
देविका ने बताया कि कोरोना महामारी की पहली लहर से ही सामाजिक सेवा का संकल्प लिया था. महामारी के दौर में सबसे अधिक असर गरीब मजदूर और अभावग्रस्त परिवारों पर पड़ा था. ऐसे लोगों की सेवा करने के लिए उन्होंने अन्य सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया हैं.
धौलपुर, भरतपुर, करौली, मुरैना, आगरा, मथुरा, सैंया में करीब 30 हजार गरीब लोगों को ड्राई राशन किट और मेडिकल किट वितरित किये हैं. राशन किट में 10 किलो आटा, 5 किलो चावल, एक किलो तेल, 2 किलो दाल, मसाले, साबुन, महिलाओं को विटामिन की गोलियां, सैनिटाइजर एवं मास्क वितरित किए जा रहे हैं.
ट्रांसजेंडर देविका ने बताया कि समाज के लोग उनको उपेक्षा की दृष्टि से देखते हैं लेकिन उनका हौसला हिम्मत आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है. उन्हें 14 वर्ष पूर्व घर से निकाल दिया गया था लेकिन हिम्मत और साहस को रखकर समाज सेवा का बीड़ा उठाया. भारत सरकार द्वारा उनको ट्रांसजेंडर एक्टिविटी का भारत सरकार द्वारा सर्वोच्च सम्मान राष्ट्रीय मीरा दिया है. संयुक्त राष्ट्र संघ के दौरे के दौरान उन्होंने भारत देश का प्रतिनिधित्व किया है.