भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पाकिस्तान का नाम आतंकवाद के संदर्भ में लिया लेकिन पाकिस्तान के शासक इसे साबित करने में लगे हुए हैं कि ट्रंप ने भारत में पाकिस्तान की तारीफ की है.
इसी कड़ी में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भारत में पाकिस्तान के बारे में ट्रंप ने जो कुछ कहा है, वह अभूतपूर्व व बेहद खास है.
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कुरैशी ने मंगलवार को कहा कि 'ट्रंप का यह कहना बहुत मायने रखता है कि अमेरिका के पाकिस्तान के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं. उन्होंने जो कुछ कहा, वह अभूतपूर्व है. इसके महत्व से इनकार नहीं किया जा सकता.'
कुरैशी ने ट्रंप के बयान की अपनी अलग ही व्याख्या में कहा, "ट्रंप क्षेत्र में शांति और स्थायित्व चाहते हैं. उन्होंने भारत से क्षेत्र में सकारात्मक भूमिका निभाने और शांति व स्थायित्व में मददगार बनने को कहा है."
इसके बाद कुरैशी तुरंत कश्मीर मुद्दे पर आ गए और कहा कि यह (शांति-स्थायित्व) तभी संभव है जब कश्मीर मुद्दा सुलझ जाएगा. उन्होंने कहा, "मौजूदा भारतीय सरकार ने पहले से ही एक जटिल समस्या को और उलझा दिया है. बीते साल पांच अगस्त को भारत द्वारा उठाए गए कदम (अनुच्छेद 370 को रद्द करना) ने कश्मीर की पहचान को प्रभावित किया है और इसे कई हिस्से में तोड़ दिया है."
उन्होंने दिल्ली में हो रही हिंसा के हवाले से कहा, "भारत में नागरिकता संशोधन अधिनियम ने जो समस्याएं पैदा की हैं और इसे लेकर दिल्ली में जो हिंसा हो रही है, उसे देखते हुए इस कानून पर पाकिस्तान के रुख को समझा जा सकता है."