जम्मू-कश्मीर को लेकर विवादित बयान देने पर भारत सरकार ने तुर्की को हिदायत दी है. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के एक साल पूरे होने पर तुर्की ने पाकिस्तान के समर्थन में भारत के खिलाफ बयान दिया था.
भारत सरकार ने तुर्की के बयान को तथ्यात्मक रूप से गलत, पक्षपाती और गैरजरूरी बताया है. बता दें कि बीते दिनों तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से करते हुए वहां अत्याचार करने का आरोप लगाया था.
इतना ही नहीं ईद के मौके पर तुर्की के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से भी बात की थी और कश्मीर मुद्दे पर समर्थन देने का वादा किया था.
तुर्की के बयान पर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया देते हुए तुर्की को ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, यह तथ्यात्मक रूप से गलत, पक्षपाती और अनुचित है. भारत के आंतरिक मामलों में दखल न दें और पहले जमीनी स्थिति की उचित समझ प्राप्त करें.
बता दें कि पाकिस्तान कश्मीर को वैश्विक समस्या बनाने की जीतोड़ कोशिश कर रहा है और इसमें तुर्की भी उसका समर्थन कर रहा है. पाकिस्तान ने बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी इस मामले को अनौपचारिक तौर पर उठाने की कोशिश की थी लेकिन किसी देश ने इसमें उसका साथ नहीं दिया.