उन्नाव के गंजमुरादाबाद इलाके में एक केस के सिलसिले में पीड़ित से रिश्वत लेते हुए यूपी पुलिस के दो सिपाही कैमरे में कैद हो गए. जैसे ही पुलिस की रिश्वतखोरी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिला पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में रिश्वत लेने के आरोप में चौकी इंचार्ज समेत दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया.
दरअसल उन्नाव जनपद के गंजमुरादाबाद चौकी इलाके के निवासी दीपक ने बताया कि उसके खिलाफ कोर्ट से नोटिस आया था. कोर्ट में पेश नहीं हो पाने की वजह से उसके खिलाफ कोर्ट से दोबारा नोटिस जारी हो गया. नोटिस जारी होने के बाद 2 दिन पहले गंजमुरादाबाद चौकी का एक सिपाही और एक अन्य व्यक्ति उसके घर आया और मामले को निपटाने की बात कह कर दारोगा के नाम पर 10000 रुपये की मांग करने लगे.
पीड़ित ने नगर पंचायत के एक नेता से सिफारिश करवाई जिसके बाद पुलिसकर्मी 5000 रुपये लेकर मामले को रफा-दफा करने को तैयार हो गए. पीड़ित ने पुलिसकर्मियों का रिश्वत देने का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया. वीडियो में आरक्षी राम सिंह और मुख्य आरक्षी अनीस अहमद रिश्वत लेते हुए दिखाई दे रहे हैं
वीडियो के वायरल होने पर जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का ध्यान इस पर गया और इस मामले में चौकी इंचार्ज रामजीत यादव समेत दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया. मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सफीपुर को दी गई है. उन्हें 24 घंटे के अंदर इसकी जांच रिपोर्ट देने और शिकायतकर्ता से मिलकर इस मामले में केस पंजीकृत करने का आदेश दिया गया है.