पिता ने पुरोहितों से शादी का मुहूर्त निकलवाया तो सारी रस्मों के साथ शादी हुई. सुबह से ही शादी की पूरी रस्में शुरू हुईं और शाम तक पंचराज की शादी पुतले के साथ हो गई. इस अवसर पर लॉकडाउन का पालन करते हुए बाराती भी पहुंचे. बारातियों को भोज भी कराया गया. (प्रतीकात्मक फोटो)