अमेरिका से तनाव के बीच उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन ने अपने सैन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक कर उन्हें सशस्त्र बलों को और मजबूत करने का आदेश दिया है. किम जोंग उन का यह आदेश अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच खाई को और बढ़ा सकता है.
किम जोंग-उन ने रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने के मकसद से राजनीतिक और सैन्य कदमों पर चर्चा करने के लिए देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की. सरकारी मीडिया ने रविवार को यह जानकारी दी.
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, किम ने महीने के अंत में होने वाली पार्टी प्लेनरी मीटिंग से पहले 'वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया' की सातवें केंद्रीय सैन्य आयोग की तीसरी बैठक को संबोधित किया.
बैठक, जिसकी तारीखों का खुलासा नहीं किया गया, अमेरिका के साथ तनावों के बीच आयोजित किया गया और प्योंगयांग ने वाशिंगटन के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता में एक अलग रास्ते पर चलने की धमकी दी है, जो कई महीनों से रुका हुआ है.
एफे के मुताबिक, बैठक के दौरान, किम ने "जटिल आंतरिक और बाहरी स्थिति पर विश्लेषण और ब्रीफिंग दी और कहा कि समग्र सशस्त्र बलों को मजबूत करने और बढ़ाने के लिए बैठक महत्वपूर्ण संगठनात्मक और राजनीतिक उपायों और सैन्य कदम पर फैसला करेगी."
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि आत्मरक्षा के लिए सैन्य क्षमता के निरंतर और
त्वरित विकास के लिए समग्र राष्ट्रीय रक्षा और मुख्य मामलों के निर्णायक
सुधार के लिए भी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई.
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, ठोस उपायों में संगठन और सैन्य इकाइयों का विस्तार शामिल था, हालांकि इसने सैन्य क्षमताओं पर अधिक विवरण नहीं दिया. केसीएनए की रिपोर्ट में अमेरिका के साथ होने वाली परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता का उल्लेख नहीं किया गया था, और केवल 'तेजी से बदलती स्थिति और महत्वपूर्ण समय' का जिक्र किया, जिसके दौरान बैठक आयोजित की गई थी.