अमेरिका अपने देश के लोगों की जरूरत पूरी होने के बाद ही दुनिया के अन्य देशों को कोरोना की वैक्सीन या दवा उपलब्ध कराएगा. अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स एजर ने यह बात कही है. अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना और नोवावैक्स वैक्सीन तैयार करने की दौड़ में आगे चल रही हैं.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान के दौरे पर गए अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स एजर ने कहा कि निश्चित तौर से हमारी प्राथमिकता अमेरिका के लिए सुरक्षित वैक्सीन बनाने और उसके उत्पादन की है. हालांकि, हम समझते हैं कि हमारी क्षमता ऐसी है कि अपनी जरूरत पूरी होने के बाद ये प्रोडक्ट दुनिया के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे.
अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री ने WHO से अमेरिका के अलग होने को लेकर कहा कि इसका मतलब ये नहीं है कि अमेरिका वैश्विक स्वास्थ्य को लेकर अंतरराष्ट्रीय भागीदारी से पीछे हटना चाहता है.
एलेक्स एजर ने कहा कि अमेरिका हमेशा ही दुनिया में वैश्विक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे बड़ा निवेशक रहा है और आगे भी रहेगा. उन्होंने कहा कि WHO से बाहर होने के बाद हम दुनिया की अन्य कम्युनिटी के साथ मिलकर नए रास्तों की तलाश करेंगे.
बता दें कि दुनिया में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 2.02 करोड़ हो चुकी है. अब तक 7.39 लाख लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं.