उत्तर प्रदेश में बिजनौर के अफजलगढ़ की आबादी के बीच गुलदार एक मकान के कमरे में घुस आया और कमरे के अंदर बने छज्जे पर बैठ गया. गुलदार को कमरे में घुसते देख मकान मालिक ने मौका देखते ही कमरे को बाहर से बंद कर शोर मचा दिया.
उसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग और पुलिस की टीम ने पिंजरा मंगवाकर 8 घंटे का रेस्क्यू अभियान चलाया. 8 घंटे की मशक्कत के बाद गुलदार को सही सलामत पकड़ लिया गया. तब गांव के लोगों और परिजनों ने राहत की सांस ली.
दरअसल, ये बिजनौर के अफजलगढ़ में तराई क्षेत्र के गांव नावका का मामला है, जहां रहने वाले सुखबीर सिंह का घर गांव की आबादी के बीच में है. बीती रात 8:00 बजे लगभग गुलजार मेन दरवाजे से होते हुए उनके घर के एक कमरे में घुस आया और कमरे के अंदर बने छज्जे पर चढ़कर बैठ गया. यह देखते ही सुखबीर सिंह ने बाहर से कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और शोर मचा दिया. उसके बाद गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई.
पुलिस और वन विभाग की टीम को सूचना दी गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजे के बाहर चारपाई लगवाकर और रस्सी से बांधकर दरवाजे को पूरी तरह से बंद कर दिया ताकि गुलदार बाहर निकल कर किसी पर हमला ना करें. उसके बाद वन विभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा मंगाया और पिंजरे को कमरे के दरवाजे पर रखकर घंटों की मशक्कत के बाद गुलदार को वन विभाग की टीम ने पिंजरे के अंदर कैद कर लिया.
पुलिस और वन विभाग की कार्रवाई सुबह 4:00 बजे तक जारी रही. 4:00 बजे जाकर गुलदार पिंजरे के अंदर कैद हो पाया. इससे पहले रात भर लोगों की भारी भीड़ जमा रही. थाना प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि कई बार पुलिस को भी लोगों को हटाने के लिए लाउडस्पीकर से सूचित करना पड़ा कि वह अपने घरों को चले जाएं क्योंकि भीड़ को देखकर जानवर हिंसक हो सकता है. लेकिन भीड़ होने के चलते गुलदार को पकड़ने की कार्रवाई देर रात 12:00 बजे से शुरू की गई जो सवेरे 4:00 बजे तक पूरी हो सकी. फिलहाल गुलदार को पकड़कर पिंजरे में कैद कर लिया गया है और उसको जंगल में छोड़ने की तैयारी की गई.