घायल होने के बाद उसे इलाज के लिए हुंडा प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उसकी हालत नाजुक होने के बाद उसे पुरुलिया सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. असीम के परिजनों का दावा है कि मुर्गे के पैर में बंधे छुरे में एक तरह का जहर लगा हुआ था, जिसके संपर्क में आने से असीम के शरीर में जहर फैल गया और उसकी मौत हो गई.