इजरायल की सेना ने रविवार को गाजा में स्थित हमास के अड्डों पर रॉकेट दागे. इजरायल की सेना का कहना है कि गाजा में मौजूद हमास के आतंकी इजरायल की सीमा में रॉकेट दागते हैं और बलून बम छोड़ते हैं. इन बलून बम में कई बार विस्फोटक होता है तो कई बार रासायनिक ज्वलनशील पदार्थ जिससे लोग और सैनिक घायल हो जाते हैं. आइए जानते हैं कि आखिर ये बलून बम क्या है? (फोटोः AFP)
गाजा-इजरायल सीमा पर अक्सर गाजा में मौजूद इजरायल विरोधी प्रदर्शनकारी और हमास के आतंकी इजरायल की सीमा के अंदर ढेर सारे गुब्बारों के नीचे एक बम लगाकर छोड़ देते हैं. या फिर उसके नीचे किसी तरह का रासायनिक ज्वलनशील पदार्थ लगा देते हैं. (फोटोः AFP)
जब गुब्बारा बम (Balloon Bomb) सीमा पार करे दूसरी तरफ जाता है तो उसे बंदूक से गोली मारकर या गुलेल से फोड़ देते हैं. इससे गुब्बारा तेजी से नीचे आता है. बम की सुतली धीमे-धीमे जलती रहती है. समय आने पर बम फूट जाता है. इसी से नाराज इजरायल ने गाजा में ताजा हमले किए हैं. (फोटोः AFP)
हमास ने शनिवार को इजरायल की सीमा के पार 19 बार बलून बम छोड़ा. जिसकी वजह से इजरायल की सेना और लोगों को काफी दिक्कत हुई. इन 19 बलून बमों की वजह से दक्षिण इजरायल के खेतों में आग लग गई. फसलों का नुकसान हुआ. (फोटोः AFP)
इसके अलावा रविवार सुबह गाजा की तरफ से दो रॉकेट इजरायल में दागे गए. जिसे आयरन डोम डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेफ्ट कर दिया. इससे नाराज इजरायल की सेना ने फाइटर जेट्स और रॉकेट से गाजा में स्थित हमास के आतंकी अड्डों पर हमला किया. (फोटोः AFP)
इन हमलों के बीच इजरायल ने गाजा पट्टी के फिशिंग जोन को पूरी तरह से बंद कर दिया है. जबकि एक हफ्ते पहले ही इसे आम लोगों के लिए खोला गया था. लेकिन गुब्बारों, पतंगों और रॉकेटों से इजरायल पर हमला होने के बाद इसे बंद कर दिया गया है. (फोटोः AFP)
पिछले साल गाजा और इजरायल के बीच शांति वार्ता हुई थी. इसे संयुक्त राष्ट्र, मिस्र और कतर ने अपना सपोर्ट भी दिया था. लेकिन इसके बावजूद दोनों देशों के बीच अक्सर रॉकेट, मोर्टार और रासायनिक ज्वलनशील पदार्थों से भरे गुब्बारों से हमला होता रहता है. (फोटोः AFP)
इजरायल की सेना ने कहा है कि हमास लगातार गाजा पट्टी में आतंकी गतिविधियां करता रहता है. लेकिन अगर उसने इजरायल या उसके लोगों के खिलाफ ऐसी कोई हरकत की तो उसे अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा. (फोटोः AFP)
हमास के आतंकी जुगाड़ लगाकर इन बलून बमों को तैयार करते हैं. फिर इन्हें सीमा के पास लाकर छोड़ दिया जाता है. कई बार तो इजरायल की सेना इन बमों को मारकर हवा में फोड़ देती है लेकिन कई बार ऐसा नहीं होता. (फोटोः AFP)