इनसे मिलिए. ये है आई-दा. खूबसूरत दिखने वाली ये महिला असल में एक रोबोट है. सिर्फ रोबोट ही नहीं, ये एक बेहतरीन पेंटर भी है. हाल ही में इन्होंने एक कमाल किया है. आइने में खुद को देखकर अपनी पेंटिंग बना डाली. इसके बाद से ये लगातार चर्चा में बनी हुई हैं. आइए जानते हैं कि आई-दा को किसने बनाया है? ये सिर्फ पेंटिंग करती है या कुछ और भी? (फोटोःगेटी)
रोबोट आई-दा (Ai-Da) की पेंटिंग प्रदर्शनी लंदन के डिजाइन म्यूजियम में मई या जून के महीने में लगेगी. वह भी कोरोना संबंधी नियमों के तहत. इसे बनाने वाले लोगों ने इसका नाम 19वीं सदी की गणितज्ञ अदा लवलेस (Ada Lovelace) के नाम पर रखा गया है. यह दुनिया का पहला अल्ट्रा-रियलिस्टिक रोबोट है जो अपनी आंखों और हाथों के उपयोग से पेंटिंग बनाती है. (फोटोःगेटी)
आई-दा (Ai-Da) ने अपनी पेंटिंग बनाने के लिए हाल ही में कुछ देर पहले खुद को आइने में देखा. सारे कॉर्डिनेट्स रिकॉर्ड किए. उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से एनालिसिस किया, उसके बाद उसने अपनी तस्वीर को कैनवास पर उतार दिया. (फोटोःगेटी)
लीड्स स्थित इंजीनियर्स ने इसे बनाया है लेकिन इस रोबोट को बनाने का आइडिया ऑक्सफोर्ड आर्ट गैलरी के मालिक एइदान मेलर और क्यूरेटर लूसी सील को आया था. लूसी सील ने कहा कि वर्तमान समय और भविष्य में लोग टेक्नोलॉजी आधारित पेंटिंग्स पर जाएंगे. इसकी शुरुआत एक रोबोट ही करें तो इससे बेहतर क्या होगा. (फोटोःगेटी)
आई-दा (Ai-Da) की पेंटिंग एग्जीबिशन को लेकर एइदान मेलर काफी संदेह की स्थिति में हैं. लेकिन वो कहते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित आर्ट मूवमेंट की शुरूआत अगर आई-दा (Ai-Da) से हो तो लाजवाब होगा. हम आई-दा (Ai-Da) का काम दुनिया के सामने रखना चाहते हैं. (फोटोःगेटी)
मेलर ने बताया कि आई-दा (Ai-Da) दुनिया का पहला प्रोफेशनल ह्यूमेनॉयड आर्टिस्ट है. जो अपनी कलाकृतियां खुद बनाता है. रोबोट है इसलिए उसके काम को सोचने का नजरिया भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए ही होता है. जो वह रोबोट सोचता है उसे कैनवास पर उतार देता है. या फिर जो देखता है उसे. (फोटोःगेटी)