दुनिया के सबसे खतरनाक सड़कों में से एक गल्हार-संसारी मार्ग का काम सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने पूरा कर लिया है. इसे भारत के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है क्योंकि इससे जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले से हिमाचल प्रदेश अब सीधे तौर पर जुड़ गया है. (सभी तस्वीरें - @RZarkhez)
सरकारी अधिकारी के मुताबिक किश्तवाड़ के सुदूर पद्दार क्षेत्र के अलग-अलग गांवों को संपर्क मार्ग उपलब्ध कराने के लिए जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फ़ोर्स (GREF) की 118 सड़क निर्माण कंपनी द्वारा यह नया बाईपास रोड बनाया गया है. इस सड़क के जरिए सभी प्रकार के वाहनों का एक वर्ष के लिए आवागमन सुनिश्चित किया गया है.
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले को हिमाचल प्रदेश के साथ जोड़ने वाले गल्हार-संसारी मार्ग का कार्य सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने पूरा कर लिया है. उन्होंने कहा कि नई सड़क पहले के खतरनाक 'रॉक कट' समस्या को दूर करने में मदद करेगी, जिस पर केवल हल्के वाहन ही चलते थे.
जीआरईएफ की तारीफ करते हुए किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त राजिंदर सिंह तारा ने कहा कि सड़क का काम पूरा हो जाने की वजह से पहाड़ी जिले के विकास के साथ स्थानीय लोगों का रोजगार सुनिश्चित होगा.
उन्होंने कहा, "यह हिमाचल प्रदेश के पद्दर सब-डिविजन और पांगी घाटी की पर्यटन क्षमता को भी बढ़ाएगी, जिससे पूरे क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास होगा." यह सड़क किसी न किसी पहाड़ी क्षेत्र से होकर गुजरती है, जिसमें सुरंग भी है जो ज्यादातर कठोर चट्टानों की मदद से बनाई गई है. इस सड़क का निर्माण कार्य अगस्त 2018 में शुरू हुआ था. 10.925 किलोमीटर की कुल लंबाई के साथ 55.100 से 58.775 किलोमीटर तक गलहर-संसारी सड़क का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया.