बिहार में अभी विधानसभा चुनाव करीब 6-8 महीने दूर हैं, लेकिन दिल्ली चुनाव नतीजों के बाद वहां भी राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है. यहां तक की बिहार की राजनीति में गालियों और एक दूसरे को अपशब्द कहने का दौर भी शुरू हो गया है. हालांकि इसको लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने आरजेडी को खूब खरी-खोटी भी सुनाई है.
दरअसल 23 फरवरी से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की पूरे बिहार में बेरोजगारी हटाओ रथ यात्रा प्रस्तावित है. इसी यात्रा के लिए एक बेहद लग्जरी बस को रथ का रूप दिया गया जिसके जरिए तेजस्वी यादव पूरे बिहार का दौरा करेंगे. इसी बस से पूरा विवाद शुरू हुआ है.
सत्ताधारी पार्टी जेडीयू के नेता और मंत्री नीरज कुमार ने एक दिन पहले दस्तावेज दिखाकर रथ यात्रा की बस को लेकर सवाल उठाए थे और कहा था कि जिस व्यक्ति क नाम पर इस बस का मालिकाना हक है उसका नाम बीपीएल सूची में शामिल है. यह पूरा मामला काले धन को सफेद करने की कोशिश है.
इस पर आज जवाब देते हुए राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जेडीयू नेताओं को पालतू कुत्ता बताया गया और लिखा गया है कि, 'नीतीश के पांच पालतू जानवर किस मुद्दे पर भौंक रहे हैं ये बिहार के पत्रकार जानते हैं कि ये पालतू जानवर कौन हैं.'
हालांकि बस (युवा क्रांति रथ) को लेकर आरजेडी पर आरोप लगाए जाने के बाद बस के मालिक मंगल पाल सामने आए और उन्होंने कहा कि मैं बीपीएल श्रेणी में शामिल नहीं हूं और पेशे से एक ठेकेदार हूं. वो बस मेरे नाम पर हैं और जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो पूरी तरह निराधार हैं.