राजधानी के प्रगति मैदान में सोमवार को खत्म हुए सात दिवसीय आटो एक्सपो में करीब 20 लाख लोगों ने देश विदेश की शानदार गाड़ियां देखीं.
वैश्विक आर्थिक संकट के बावजूद इस साल की प्रदर्शनी में पिछली प्रदर्शनियों के मुकाबले कहीं अधिक नई गाड़ियों का लांच हुआ और कुल 25 नए माडलों का अनावरण हुआ.
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 10वें आटो एक्सपो के समापन समारोह में कहा कि एक्सपो की सफलता भारत के वैश्विक विनिर्माण हब की तरह उभरने का संकेत देती है.
सिंधिया ने कहा ‘‘एक्सपो में 1986 के बाद से लगातार बेहतर होता रहा है. इस साल एक्सपो में 20 लाख लोग आए.’’ उन्होंने कहा कि भारतीय वाहन बाजार का विकास अपेक्षाकृत कम हुआ है. भारत में प्रति एक हजार लोगों पर सिर्फ नौ कारें हैं जबकि चीन में यह अनुपात 27 कारों का है.
इस मौके पर हीरो समूह के सुनील कांत मुंजाल ने कहा कि इस द्विवाषिर्क वाहन प्रदर्शनी में 2,105 इकाइयों ने भाग लिया.
मुंजाल ने कहा ‘‘उत्पाद लांच के लिहाज से इस एक्स्पो ने सारे रिकार्ड पार कर लिए, 25 नए माडेल को लांच किया. यह अब तक का सबसे बड़ी और सबसे अच्छी प्रदर्शनी थी. उम्मीद है कि यह एक्स्पो वाहन और विनिर्माण क्षेत्र के विकास के लिए आधार बनेगा.’’