दुनियाभर में नए साल 2012 का स्वागत बेहद गर्मजोशी के साथ किया गया. भारत में जैसे ही घड़ी की सुइयों ने 12 बजाए, देशभर में नए साल की अगवानी के साथ लोगों ने एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई दी और जमकर आतिशबाजी की.
सबसे पहले आस्ट्रेलिया में नए साल का जश्न मनाया गया, क्योंकि सबसे पहले वहीं सूर्योदय होता है. अमेरिका, इंग्लैंड, रूस, जापान, चीन, उत्तरी और दक्षिणी कोरिया सहित पूरी दुनिया के लोगों ने 2011 को अलविदा कहा और 'हैप्पी न्यू ईयर' कहकर नए साल का जश्न मनाना शुरू कर दिया. देश के कई महानगरों में लोगों ने अलग-अलग तरीके से जश्न मनाया. हर जगह मस्तीभरा माहौल दिखाई दिया और सभी ने झूमने के साथ नाच-गाकर नए साल का स्वागत किया.
दिल्ली और मुम्बई, कोलकाता, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, लखनऊ, पटना, राष्ट्रीय राजधानी के समीपवर्ती शहरों गुड़गांव, फरीदाबाद और गाजियाबाद के कई प्रमुख होटलों में पहले से ही सीटें बुक हो चुकी थीं और बॉलीवुड अदाकराओं के अलावा आइटम डांसरों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किए. देर रात तक नए साल के स्वागत का जश्न जारी रहा. जहां पर टीवी की पहुंच नहीं है, वहां पर रेडियो ने अपना रंग जमाया.
दिल्लीवासियों ने लोकप्रिय बाजारों में लोगों की भारी भीड़ के बीच नववर्ष का उमंग और उत्साह, जोश के साथ नववर्ष का स्वागत जो तारीफ के लायक रहा. घड़ी के 12 बजते ही तरह-तरह के मुखौटे पहने लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर नई आशाओं और अभिलाषाओं के साथ नववर्ष में प्रवेश किया. इस नूतन वर्ष के शानदार ढंग से स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग बाजारों, मॉल और अन्य स्थानों पर पहुंचे.
राजधानी दिल्ली का मुख्य केंद्र माने जाने वाला कनॉट प्लेस को शानदार ढंग से सजाया गया था. यहां आने वाले लोग तरह-तरह के परिधान पहने हुए थे. इसके अलावा इंडिया गेट और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर किशोर, प्रेमी जोड़े के अलावा अभिभावकों के साथ बच्चे और मित्र कार में बज रहे गीतों पर झूमते देखे गए.
सुरक्षा के लिहाज से नववर्ष पर होने वाली भीड़ के मद्देनजर कनॉट प्लेस क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी. कानून व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे लेकिन उन्होंने लोगों के जश्न में कोई खलल नहीं डाली.
रांची में नववर्ष की पूर्व संध्या पर राजधानी से लगभग 75 किलोमीटर दूर रामगढ़ के रजरप्पा स्थित सिद्ध पीठ छिन्नमस्तका देवी के मंदिर समेत तमाम मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी जबकि युवा वर्ग ने अधिकतर शहर के आसपास के पर्यटन स्थलों पर पिकनिक मनाकर इस अवसर को यादगार मनाया.
उत्तर प्रदेश में एक तरफ आम लोग जहां चुनावी बयार में धीरे-धीरे सराबोर होते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में वर्ष 2011 की विदाई और वर्ष 2012 के स्वागत के लिए तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.
लखनऊ में नए साल के स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं. घर, दफ्तर, होटल, रिसार्ट और फार्म हाउस, हर कहीं नए साल के लिए अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. लखनऊ के अलावा राज्य के अन्य प्रमुख शहरों इलाहाबाद, कानपुर, वाराणसी सहित अन्य शहरों में भी बाजारों में काफी रौनक देखी जा रही है.
बिहार की राजधानी पटना में राज्य पर्यटन विभाग ने पर्यटक स्थलों पर आगंतुकों को लुभाने के लिए विशेष व्यवस्था की है, तो पटना के बड़े होटल, रेस्टोरेंट और बार (मदिरालय) नए वर्ष के स्वागत के लिए सज गए हैं. यहां रंगारंग कार्यक्रमों के बीच देर रात तक शराब परोसी जा रही है.
पटना के प्रख्यात मौर्या होटल में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ स्वादिष्ट व्यंजनों का तो लोग मजा ले रहे हैं, साथ में यहां जाम भी छलकाने की पूरी व्यवस्था है. यहां अन्य व्यंजनों के साथ लोग लिट्टी-चोखा और गोलगप्पे का भी आनंद ले रहे हैं.