एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की एक रपट के अनुसार अगर सिगरेट के दाम 50 प्रतिशत बढा दिए जायें तो भारत में तंबाकू के कारण होने वाली 40 लाख से अधिक मौतों को टाला जा सकता है.
रपट में कहा गया है, सिगरेट के दाम में 50 प्रतिशत बढोतरी से तंबाकू के कारण होने वाली लगभग 2-7 करोड़ मौतें टाली जा सकती हैं जिनमें से अधिकतर दुनिया की दो सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों में हैं. चीन में इस तरह की दो करोड़ तथा भारत में 40 लाख से अधिक मौतों को टाला जा सकेगा जो तंबाकू के कारण होती हैं. रपट में कहा गया है कि भारत में सिगरेट की कीमतों में 50 प्रतिशत बढोतरी का मतलब करों में 70-122 प्रतिशत बढोतरी से है.
रपट में कहा गया है कि तंबाकू का सबसे अधिक उपभोग करने वाले 15 देशों में एशिया में शीर्ष पांच देश चीन, भारत, फिलीपिंस, थाइलैंड तथा वियतनाम हैं. रपट में कहा गया है कि सिगरेट पर कर बढाकर अधिक सिगरेट पीने की लत पर काबू पाया जा सकता है और इससे तंबाकू से जुड़ी विभिन्न बीमारियों से होने वाली मौतें घटेंगी.
रपट में कहा गया है कि भारत में धूम्रपान का आम तरीका बीड़ी है. देश में बीड़ी पर मोटे तौर पर कर नहीं लगता और उसके कराधान की प्रणाली भी सिगरेट पर कराधान की तय प्रणाली से इतर है.
इसमें कहा गया, भारत में बीड़ी की जगह धीरे धीरे सिगरेट लेती जा रही है इसलिए सरकार को सिगरेट के कराधान की कार्यनीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. इसके अलावा उसे तंबाकू उत्पादों पर कराधान को भी व्यापक रूप देना चाहिए. एक अनुमान के अनुसार देश में 4-45 करोड़ पुरूष तथा 32-6 लाख महिलाएं धूम्रपान करती हैं.