केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कट्टरपंथ के प्रति आगाह करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने इस बुराई के बारे में शिकागो में अपने बहुचर्चित भाषण में जो कहा था, वह दुनिया के लिए आज भी प्रासंगिक है.
शिकागो में 11 सितंबर 1893 को विश्व धर्म सम्मेलन के अवसर पर विवेकानंद के भाषण का हवाला देते हुए मुखर्जी ने कहा कि न्यूयॉर्क और वाशिंगटन में 9/11 हमले के 108 साल पहले, ‘स्वामीजी ने कट्टरपंथ और धर्मान्धता के खतरे के बारे में कहा था जो हिंसा को बढ़ावा देता है.’
मुखर्जी ने कहा, ‘9/11 आतंकी हमला अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के लिए एक प्रतीक बन गया.’ ‘गीतांजलि’ के अंग्रेजी अनुवाद का विशेष संस्करण और ‘नेमलेस रिकॉगनाइजेशन- द इंपेक्ट ऑफ रवींद्रनाथ टैगोर ऑन अदर इंडियन लिटरेचर’ किताब के विमोचन के अवसर पर वित्त मंत्री ने यह बात कही.