आरुषि हेमराज हत्या मामले में अदालत को तीन सीडी की प्रति सौंपी गईं. ये सीडी विशेषज्ञों द्वारा जांच के दौरान तैयार की थीं और उन्हें सील कर रखा गया था. प्रति बनाने के बाद सीबीआई की सीडी अदालत में ही सील कर दी गई.
अदालत ने बाकी दस्तावेजों की प्रति उपलब्ध न कराने पर सीबीआई को फटकार लगाते हुए एक दिन का समय और दिया है.
बुधवार को मामले में आगे की सुनवाई होनी है. इससे पहले बचावपक्ष ने संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने की दख्रास्त की थी.
कोर्ट ने सोमवार को दर्ख्वास्त पर आदेश सुनाते हुए सीबीआई को मंगलवार दोपहर दो बजे तक दस्तावेज उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. लोक अभियोजक वीके सिंह ने बताया कि विशेष न्यायाधीश एस लाल की अदालत में बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं को जांच से संबंधित तीन सीडी सौंप दी गईं.
सीलबंद सीडी अदालत के समक्ष खोलने के बाद वहीं कंप्यूटर की मदद से उसकी प्रति बनाई गई और बाद में फिर से सील कर दी गई. बाकी दस्तावेजों के संबंध में सिंह ने बताया कि संबंधित दस्तावेज कुल छह हजार पन्नों के हैं.
इतने सारे पन्नों की प्रति बनाना आसान काम नहीं है. लोक अभियोजक ने कहा कि बुधवार तक दस्तावेजों की प्रति बनाकर बचाव पक्ष को उपलब्ध करा दी जाएगी तलवार दंपति के अधिवक्ता मनोज सिसोदिया ने बताया कि दस्तावेजों की प्रति तय समय सीमा में उपलब्ध न कराने पर अदालत ने सीबीआई को कड़ी फटकार लगाई.
सिसोदिया के मुताबिक कोर्ट ने सीबीआई को बुधवार तक उक्त कापियां उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं. बुधवार को मामले में आगे की सुनवाई होगी.