एयर इंडिया के 11 विमान चालकों ने बर्खास्त किए गए अपने 101 साथियों की बहाली की मांग को लेकर रविवार को अनिश्तिकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी.
इंडियन पॉयलट्स गिल्ड (आईपीजी) के सदस्य रोहित कपाही ने कहा कि आईपीजी से सम्बद्ध 11 विमान चालक रविवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. हमारा आंदोलन (भूख हड़ताल) केवल अपने बर्खास्त साथियों की बहाली और हमारे संघ की मान्यता के लिए है. हम इस हड़ताल को यथासम्भव जल्द से जल्द समाप्त करना चाहते हैं. पॉयलट जंतर मंतर वेधशाला के पास तैयार एक मंच पर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं.
ज्ञात हो कि एयर इंडिया प्रबंधन ने आईपीजी से सम्बद्ध 101 विमान चालकों को बर्खास्त कर दिया था. लगभग 440 विमान चालक पूर्व कम्पनी, इंडियन एयर लाइंस के विमान चालकों को, जल्द ही विमान बेड़े में शामिल होने वाले बोइंग-787 ड्रीमलाइनर पर प्रशिक्षण देने के प्रबंधन के कदम के खिलाफ आठ मई से ही हड़ताल पर हैं. एक अन्य पॉयलट हरिशंकर ने कहा कि प्रबंधन ने कुछ विमान चालकों पर गलत आरोप लगाए हैं और स्वच्छ छवि वालों को बर्खास्त कर दिए हैं.
एक वरिष्ठ कमांडर ने कहा कि हम यात्रियों का ख्याल रखते हैं. हम पिछले 18 महीनों से देर से वेतन मिलने के बावजूद यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखते हुए विमान उड़ा रहे हैं लेकिन अब सबकुछ नियंत्रण से बाहर हो गया है.
सरकार हालांकि विमान चालकों से हड़ताल खत्म करने के लिए काफी समय से आग्रह कर रही है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अजीत सिंह ने छह जून को विमान चालकों को काम पर वापस लौटने के लिए आमंत्रित किया था और कहा था कि उन्हें बारी-बारी से बहाल कर दिया जाएगा.
अजीत सिंह ने कहा था कि हम किसी भी समय के लिए उनका इंतजार नहीं कर रहे हैं. हमने उनसे प्रारम्भ में ही कहा था कि वे काम पर लौटें और कोई भी पीड़ित नहीं होगा. हमने यहां तक कि बर्खास्त विमान चालकों को भी एक मौका दिया था कि वे वापस काम पर लौटें और हम बारी-बारी से उन्हें बहाल कर देंगे. विमान चालकों की यह हड़ताल रविवार को 48वें दिन में प्रवेश कर गई. इस हड़ताल से 530 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान का अनुमान है.