सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया में शनिवार उस समय एक और हड़ताल की आशंका पैदा हो गयी जब कुछ पायलटों द्वारा अचानक चिकित्सा अवकाश ले लिया. उनके इस कदम से एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान रद्द कर दी गई और दो उड़ानों में 16 घंटे से अधिक का विलंब हुआ.
जाहिरा तौर पर यह पायलट बोइंग 787 ड्रीमलाइनर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम में बदलाव को लेकर अपना विरोध कर रहे थे.
हवाईअड्डा के सूत्रों ने बताया कि आधी रात बाद ( रात 12 बजकर पांच मिनट पर) दिल्ली से सिंगापुर की निर्धारित उड़ान (एआई.380) को निरस्त कर दी गयी. इसके अलावा तड़के पौने दो बजे और सवा दो बजे की दो उड़ाने न्यूयार्क (एआई.101) और टोरन्टो (एआई.187) में करीब 16 घंटे की देर हुई.
एयर इंडिया के एक अधिकारी ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, ये उड़ानें प्रभावित हुई हैं क्योंकि पायलट ने स्वास्थ्य ठीक न होने के आधार पर ड्यूटी पार हाजिर नहीं हुए. यह विरोध मुख्य रूप से इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) से संबद्ध पायलटों के द्वारा आयोजित किया जा रहा है. गिल्ड के नेताओं ने अपनी भविष्य की कार्ययोजना तय करने के लिए दिन में बैठक की. पायलटों की इस यूनियन में विलय से पूर्व एयर इंडिया में काम कर चुके पायलट शामिल हैं. वे प्रबंधन द्वारा नए ड्रीमलाइनर विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण देने के लिए पूर्ववर्ती इंडियन एयरलाइन्स के पायलटों को ही मौका दिए जाने का विरोध कर रहे हैं.
अमेरिकी विमान विनिर्माता बोइंग से पहला विशाल ड्रीमलाइनर विमान इस माह के उत्तरार्ध में भारत को मिलने वाला है.
इंडियन कामर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (आईसीपीए) के झंडे तले पूर्व इंडियन एयरलाइन्स के पायलटों ने इससे पहले अदालत में दावा किया था कि ड्रीमलाइनर उड़ाने के प्रशिक्षण के मामले में भेदभाव किया जा रहा है और विलय पूर्व एयर इंडिया के पायलटों को ही अत्याधुनिक ड्रीमलाइनर पर प्रशिक्षण के लिए चुना गया है. उच्चतम न्यायालय ने कहा आदेश दिया था कि इस मामले में प्रबंधन पूववर्ती इंडियन एयरलाइन्स और एयर इंडिया दोनों ओर के पायलटों को बराबर- बराबर की संख्या में इस काम पर लगाएगी.
इंडियन पायलट गिल्ड के नेता प्रबंधकों के साथ कल देर रात तक बात करते रहे. गिल्ड के सूत्रों ने बताया कि वे एक दो दिन में ही विरोध प्रदर्शन शुरू करने का विचार कर रहे हैं पर अभी इस बारे में कोई पक्का निर्णय नहीं हुआ है.
आईसीपीए के पायलट विलय के बाद गठित एयर इंडिया में सेवा शर्तों में बराबरी की मांग कर रहे हैं.