एयर इंडिया की कम से कम 18 घरेलू उड़ानें शनिवार को रद्द हो गईं, क्योंकि 40 से अधिक पायलट ड्यूटी पर तो आए, लेकिन उन्होंने भत्तों के भुगतान में देरी के चलते विमान उड़ाने से इनकार कर दिया. वहीं सरकार ने कहा कि वह मुद्दे के समाधान के लिए कदम उठाएगी.
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने बताया कि हालांकि लंदन न्यूयार्क टोरंटो और शिकागो जाने वाली उड़ानों सहित सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रवाना हुईं.
दूसरी ओर हवाई अड्डे पर भ्रम बरकरार रहा. बड़ी संख्या में यात्री एयर इंडिया के काउंटरों पर अपनी उड़ानों की स्थिति के बारे में जानकारी लेते देखे गए क्योंकि अनेक घरेलू उड़ानें देरी से चल रही थीं और कुछ को दूसरी उड़ानों से जोड़ दिया गया था.
एयरलाइन के सूत्रों ने बताया कि आंदोलनकारी पायलटों ने ड्यूटी के लिए रिपोर्ट तो की लेकिन कहा कि वित्तीय समस्याओं के चलते वे तनाव में हैं और इसलिए उड़ान ड्यूटी करने में सक्षम नहीं हैं. पायलट यूनियन ‘इंडियन कामर्शियल पायलट एसोसिएशन’ (आईसीपीए) ने आंदोलनकारी पायलटों से काम पर लौटने की अपील की.
आईसीपीए के शीर्ष नेताओं ने दिल्ली में एयरलाइन प्रबंधन से मुलाकात की जहां 22 पायलटों ने ‘तनाव में होने’ और उड़ान ड्यूटी नहीं करने की रिपोर्ट की.
वेतन और भत्तों का भुगतान नहीं होने के विरोध में एयर इंडिया पायलटों के एक तबके ने बीती मध्य रात से ‘वेतन नहीं-काम नहीं’ आंदोलन करने का फैसला किया था. पायलटों ने दावा किया कि उन्हें पिछले अगस्त से उड़ान भत्ता नहीं मिला है जो उनके वेतन का 80 फीसदी है.
आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने कहा ‘उन्होंने (पायलटों ने) कोई नोटिस नहीं भेजा है लेकिन कुछ ने बीमार होने की रिपोर्ट की है. दिल्ली में हवाई सेवा कुछ प्रभावित हुई है लेकिन अन्य किसी जगह कुछ नहीं हुआ है.’
अजित सिंह ने कहा, ‘कर्मियों को परेशानी है उन्हें एक-दो महीने से वेतन नहीं मिला है. कुछ महीने से भत्ते नहीं मिले हैं. हम उनकी समस्या समझते हैं लेकिन एयर इंडिया की वित्तीय हालत खराब है. उनके खाते फ्रीज हो गए.’
सिंह ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अगले हफ्ते वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से मिलेंगे. उन्होंने कहा, ‘अगले हफ्ते के अंत तक हम भुगतान करने में सक्षम हो सकते हैं. मैं यह नहीं कहूंगा कि सभी भत्ते और वेतन का भुगतान हो जाएगा लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा मिलना चाहिए.’
इस बात पर जोर देते हुए कि एयर इंडिया में लंबे समय से वित्तीय समस्या चली आ रही है, उन्होंने कहा ‘हमें कर्मियों की चिंता है. किसी कर्मचारी को अगर महीनों तक भुगतान नहीं किया जाए तो हम उसकी समस्या समझ सकते हैं. हम समस्या के जल्द समाधान के लिए काम कर रहे हैं. हम उम्मीद करते हैं कि अगले हफ्ते के अंत तक समाधान होना चाहिए.’
दिल्ली मुम्बई कोलकाता और चेन्नई में शुक्रवार शाम पायलटों ने आंदोलन की रूपरेखा तय करने के लिए बैठक की थी. इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन (आईसीपीए) ने शनिवार को हड़ताल कर रहे पायलटों से काम पर लौटने की अपील की और प्रबंधन से भत्तों के भुगतान सहित पायलटों की सभी लंबित मांगों के समाधान के लिए कदम उठाने को कहा.
आईसीपीए के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम आंदोलनरत पायलटों से काम पर लौटने का आग्रह कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन हम महसूस करते हैं कि प्रबंधन को सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी विमान को सुरक्षित उड़ाने के लिए पायलट बिना किसी तनाव के कॉकपिट में बैठें.’
प्रवक्ता ने कहा कि एयर इंडिया कर्मी इस एयरलाइन को पुनर्जीवित करने के बारे में सरकार द्वारा ‘कदम खींचे जाने’ से निराश हैं.