एयर इंडिया पायलटों के एक वर्ग ने कंपनी प्रबंधन के साथ वार्ता विफल रहने के बाद सोमवार रात्रि से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी. इंडियन पायलट गिल्ड के सूत्रों ने यह जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि प्रबंधन (एयर इंडिया) पिछले दो.तीन दिनों में जिस बात पर सहमत हुआ था, उससे पलट गया. इसलिए, हमारे पास अपना आंदोलन तेज करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है. प्रबंधन के रवैये को लेकर नाखुश करीब 100 पायलट पहले ही आंदोलन में शामिल हो चुके हैं और गिल्ड को मंगलवार तक यह संख्या बढ़कर 250.300 पहुंचने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में उड़ान बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है.
इससे पहले, प्रबंधन ने संकट दूर करने के प्रयास के तहत नयी दिलली में पायलटों के साथ बैठक की थी. ड्रीमलाइनर विमानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बदलाव के चलते यह संकट पैदा हुआ था. शनिवार को पायलटों का एक वर्ग कथित रूप से बीमार पड़ गया जिससे कंपनी की एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान निरस्त कर दी गई और अन्य दो विमानों की उड़ान में करीब 16 घंटे का विलंब हुआ.
माना जाता है कि सोमवार हुई बैठक के दौरान, विमानन कंपनी के प्रबंधन ने पायलटों को बताया कि ऐसे समय में हड़ताल पर जाने का कोई कारण नहीं है जब सरकार ने एयर इंडिया के लिए बेलआउट पैकेज घोषित किया है.
सूत्रों ने बताया कि प्रबंधन ने पायलटों को सरकार द्वारा न्यायमूर्ति डी.एम. धरम अधिकारी समिति की रपट रिपोर्ट लागू किए जाने तक समाधान निकलने का इंतजार करने को भी कहा.
गिल्ड के सूत्रों ने कहा कि आंदोलन के लिए कोई समय अच्छा नहीं होता, बल्कि चीजें ऐसे दौर से गुजरती हैं जब मुद्दों को हल कराने के लिए आंदोलन के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता.