एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल सातवें दिन भी जारी है. हड़ताल की वजह से राष्ट्रीय एयरलाइन को कम से कम 14 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ीं जिससे सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि पायलट अपनी हड़ताल समाप्त करने और काम पर लौटने के लिए तैयार नहीं हैं. इसके चलते हमें दिल्ली और मुंबई से रवाना होने वाली 14 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ीं.
पायलट मंगलवार से हड़ताल पर हैं और तब तक काम पर नहीं आना चाहते जब तक उनकी मांगें स्वीकार नहीं कर ली जातीं. उन्होंने नागर विमानन मंत्री अजित सिंह का हड़ताल समाप्त कर बातचीत के लिए आने का आह्वान भी खारिज कर दिया. एयर इंडिया को रविवार को कम से कम 20 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं.
उड़ानें रद्द होने के कारण सैकड़ों यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि उड़ानें रद्द होने के बाद एयरलाइन ने, उन्हें उनके बुक हो चुके टिकटों की राशि भी नहीं लौटाई.
संकट उस समय और गहरा गया जब एयरलाइन के कार्यकारी पायलट भी हड़ताल कर रहे पायलटों के समर्थन में आ गए और प्रबंधन से पायलटों की बर्खास्तगी का आदेश रद्द करने तथा गतिरोध दूर करने के लिए तत्काल बातचीत करने की मांग की.
आंदोलन में शामिल पायलटों का कहना है कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन उनके काम पर लौटने की संभावना नहीं हैं जिससे छुट्टियों में घूमने जाने का कार्यक्रम बना चुके यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है.