पिछले तीन बार तय समय सीमा पर शुरू नहीं हो सकी दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन अंतत: 20 फरवरी तक यात्री सेवा के लिए खोल दी जाएगी. इससे दिल्लीवासी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक तेज एवं बाधा रहित सवारी का लुत्फ उठा सकेंगे.
नगर के मुख्य शॉपिंग केंद्र कनॉट प्लेस को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने वाले एयरपोर्ट एक्सप्रेस का औपचारिक उद्घाटन संभवत: मार्च में होगा लेकिन सीआईएसएफ के सुरक्षा व्यवस्था संभालते ही इसका व्यावसायिक परिचालन शुरू हो जाएगा.
सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर 5700 करोड़ रुपये की लागत से बने देश के पहले कॉरिडोर में यात्री तीन रेलवे स्टेशनों नई दिल्ली, शिवाजी स्टेडियम और धौला कुआं में अपने सामानों को चेक-इन कर सकेंगे.
यात्री इन अत्याधुनिक स्टेशनों पर अपने विमानों की स्थिति के बारे में भी जान सकेंगे. फिलहाल कुछ ही एयरलाइन अपने काउंटर बनाएंगे.
केंद्र सरकार द्वारा इस लाइन की सुरक्षा सीआईएसएफ के जिम्मे करने की घोषणा के एक दिन बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कॉरिडोर का निरीक्षण किया और संचालन तैयारियों पर संतुष्टि जताई.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘लाइन तैयार है. यह काफी अच्छा, आधुनिक और देश का एकमात्र कॉरिडोर है जो नगर को हवाई अड्डे से जोड़ता है. इसे काफी सुंदर बनाया गया है.’
इस लाइन पर कनॉट प्लेस से हवाई अड्डे की दूरी सिर्फ 20 मिनट में तय की जा सकेगी और इस बीच में मात्र तीन ठहराव होंगे. स्टेशन तैयार हैं और रेलगाड़ियां 105 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी.
दीक्षित और दिल्ली मेट्रो के प्रमुख ई श्रीधरन ने घोषणा की कि लाइन एक हफ्ते के भीतर काम करना शुरू कर देगी जबकि औपचारिक उद्घाटन बाद में होगा. उन्होंने कहा, ‘लाइन के औपचारिक उद्घाटन में एक महीने का वक्त लगेगा लेकिन परीक्षण (संचालन) एक हफ्ते के अंदर शुरू हो जाएगा.’
श्रीधरन ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों के काम संभालते ही इसे आम आदमी के लिए खोल दिया जाएगा जो एक हफ्ते में संभव है.
दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड (डीएएमईपीएल) के एक वरीय अधिकारी ने कहा कि इस लाइन के 15 फरवरी और 20 फरवरी के बीच शुरू होने की संभावना है.
इस लाइन को मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) ने 10 जनवरी को ही औपचारिक सुरक्षा मंजूरी दे दी थी लेकिन इसकी सुरक्षा कौन करेगा, इस बात की अनिश्चितता के कारण इसे नहीं खोला जा सका.