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जनलोकपाल बिल लाओ वरना जाओः अन्ना हजारे

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को एक बार फिर चेतावनी दी कि या तो वह प्रभावी लोकपाल विधेयक लाए, अन्यथा सत्ता छोड़े. टीम अन्ना द्वारा जंतर मंतर पर शुरू अनशन का सोमवार छठा दिन है, जबकि अन्ना के अनशन का दूसरा दिन.

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अन्ना हजारे
अन्ना हजारे

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सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को एक बार फिर चेतावनी दी कि या तो वह प्रभावी लोकपाल विधेयक लाए, अन्यथा सत्ता छोड़े. टीम अन्ना द्वारा जंतर मंतर पर शुरू अनशन का सोमवार छठा दिन है, जबकि अन्ना के अनशन का दूसरा दिन.

बड़ी संख्या में जमा समर्थकों की भीड़ को सम्बोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लहर जिस तरह से बढ़ रही है, मैं महसूस करता हूं कि इस सरकार को या तो प्रभावी लोकपाल विधेयक लाना होगा, अन्यथा सत्ता छोड़नी होगी. अन्ना (75) ने रविवार को अनशन शुरू किया था, और दूसरे दिन वह पूरी तरह स्वस्थ दिख रहे थे.

इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, अन्ना का रक्तचाप सामान्य था और नाड़ी की धड़कन 89 दर्ज की गई. उनके खून में शर्करा का स्तर 98 के सामान्य स्तर पर था.

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सोमवार को कम भीड़ जमा होने के कयासों को झुठलाते हुए बड़ी संख्या में लोग अनशन स्थल पर पहुंचे. आंदोलन स्थल समाज के हर वर्ग के लोगों से गुलजार था. भीड़ 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम' और 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारे लगा रही थी.

सामाजिक कार्यकर्ता चाहते हैं कि सरकार अधिक कठोर प्रावधानों वाला लोकपाल कानून बनाने की मांग मान ले, ताकि देश में एक सशक्त भ्रष्टाचार निरोधी लोकपाल के गठन का रास्ता साफ हो सके.

टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने संवाददाताओं से कहा कि हम बार-बार दोहरा रहे हैं कि हम एक ऐसी स्वतंत्र जांच एजेंसी चाहते हैं, जिसे राजनीतिक दबाव में काम न करना पड़े.

टीम अन्ना यह भी चाहती है कि सरकार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित 15 केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच समिति गठित करे.

विरोध प्रदर्शन ने सोमवार को उस समय एक दूसरा मोड़ ले लिया, जब अन्ना का समर्थक होने का दावा करने वाले 50 से अधिक लोगों ने केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के आवास के बाहर अपराह्न् में प्रदर्शन किया. इसके पहले शनिवार को इसी तरह के प्रदर्शनकारियों ने सात रेस कोर्स स्थित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास के बाहर भी प्रदर्शन किया था.

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जहां एक ओर टीम अन्ना ने पवार के आवास के बाहर हुए प्रदर्शन से खुद को अलग कर लिया, वहीं केंद्रीय मंत्री अम्बिका सोनी ने इस तरह के तरीके अपनाने के लिए टीम अन्ना पर हमला किया.

सोनी ने कहा कि क्या आप समझते हैं कि प्रधानमंत्री आवास के बाहर चोर लिखा जाना सही है? सैटेलाइट चैनल्स उन चित्रों को सिर्फ दिल्ली या मुम्बई में ही नहीं प्रसारित करते, बल्कि पूरी दुनिया में प्रसारित करते हैं. सोनी ने कहा कि मैं नहीं समझती कि ऐसा करने से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का हित सधेगा. कांग्रेस ने टीम अन्ना से अपील की है कि वह संयम बनाए रखे और भावनाओं में न बहे.

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