मजबूत लोकपाल बिल की मांग को लेकर अन्ना हजारे ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन शुरू कर दिया है. अनशन पर बैठने से पहले अन्ना हजारे ने कहा कि उनका आंदोलन मरते दम तक जारी रहेगा.
अन्ना हजारे ने कहा कि हमें पहले जनलोकपाल चाहिए, उसके बाद ही कोई बात होगी. उन्होंने कहा कि जनता से ही उन्हें अनशन करने की ताकत मिलती है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना के आंदोलन की ओर देश की निगाहें टिकी हुई हैं. ख़ास बात यह है कि अन्ना हजारे अब स्वयं भी अनशन पर बैठ चुके हैं.
सरकार को भी यह अंदाज़ा भी है कि टीम अन्ना के अनशन से भले ही ज़्यादा हलचल नहीं हुई, लेकिन अन्ना हजारे की बात कुछ और है. जंतर-मंतर पर अन्ना का आंदोलन क्या रंग लेगा, इस बारे में कुछ कहना कठिन है.
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास के बाहर उनके समर्थकों द्वारा किया गया विरोध प्रदर्शन, उन लोगों की प्रतिक्रिया है, जो सरकार से नाराज हैं. अन्ना ने हालांकि अपने समर्थकों को सलाह दी कि उन्हें ऐसा करने से पहले सोच-विचार करना चाहिए.
अन्ना ने जंतर-मंतर पर अपना अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने से पहले संवाददाताओं से कहा, 'लोग नाराज और गुस्से में हैं, क्योंकि वे लम्बे समय से पीड़ा झेल रहे हैं. लेकिन हमें ऐसा कोई कदम उठाने से पहले सोचना चाहिए, क्योंकि यह देश के प्रधानमंत्री से जुड़ा मामला है.'
दिल्ली के जंतर-मंतर पर खुद भी अनशन पर बैठ रहे अन्ना हजारे ने हुंकार भरते हुए कहा कि मरते दम तक लोकपाल के लिए लड़ाई जारी रहेगी. अनशन से एक दिन पहले अन्ना हजारे ने कहा कि लोगों की भीड़ कम होने की बात बेमानी है, हम लोगों के दिलों में हैं.
अनशन पर बैठे अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि हम भीड़ के मोहताज नहीं हैं, सरकार से लोकपाल के लिए लड़ाई नहीं छोड़ेंगे.
भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले पांच दिन से चल रहा टीम अन्ना का आंदोलन शनिवार को जंतर-मंतर से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आधिकारिक आवास सात रेसकोर्स रोड तक पहुंच गया. टीम अन्ना के करीब 100 समर्थकों को प्रधानमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करते समय गिरफ्तार कर लिया गया.
उधर, लोगों की कम तादाद के बीच अन्ना हजारे ने भीड़ के तादाद के महत्व एवं चुनाव लड़ने की किसी भी सम्भावना को खारिज करते हुए एक बार फिर सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाया.
टीम अन्ना के करीब 100 समर्थकों ने प्रधानमंत्री आवास के बाहर अचानक प्रदर्शन शुरू कर सुरक्षाकर्मियों को भौंचक्का कर दिया. पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. इसमें आठ महिलाएं भी थीं.
गौरतलब है कि टीम अन्ना के सदस्यों ने सख्त जन लोकपाल विधेयक व दर्जनभर कैबिनेट मंत्रियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग को लेकर 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन की शुरुआत की थी.
टीम अन्ना को 8अगस्त तक जंतर मंतर पर अनशन करने की इजाजत मिली है. इसी दिन से संसद का मानसून सत्र शुरू होने की उम्मीद है.