scorecardresearch
 

गूंगी-बहरी हो गई है सरकार: अन्‍ना हजारे

सामाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरोध में जिस-जिस ने लड़ाई लड़ी और शहीद हो गए, उनके लिए सरकार ने कुछ नहीं किया. कई लोगों की हत्या हो गई, उनके परिवारवाले रो रहे हैं लेकिन सरकारी गूंगी बहरी बन गई बन गई है, उसे रोने की आवाज सुनाई नहीं देती. सरकार को संवेदनशील होना चाहिए.

Advertisement
X
अन्‍ना हजारे
अन्‍ना हजारे

Advertisement

सामाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरोध में जिस-जिस ने लड़ाई लड़ी और शहीद हो गए, उनके लिए सरकार ने कुछ नहीं किया. कई लोगों की हत्या हो गई, उनके परिवारवाले रो रहे हैं लेकिन सरकारी गूंगी बहरी बन गई बन गई है, उसे रोने की आवाज सुनाई नहीं देती. सरकार को संवेदनशील होना चाहिए.

भ्रष्टाचार का भंड़ाफोड़ करने वालों के संरक्षण के लिए कठोर कानून बनाने और दिवंगत आईपीएस अधिकारी नरेन्द्र कुमार के लिए न्याय की मांग के वास्ते एक दिन के उपवास शुरू करने से पहने अन्ना ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करते हुए काफी लोगों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि इनमें से कई मामलों के तीन वर्ष गुजर जाने के बावजूद सरकार ने जांच नहीं करायी.

अन्ना ने कहा कि उनकी (भ्रष्टाचार का भंड़ाफोड़ करने वालों) माता, बच्चें, पिता, पत्नी न्याय के लिए कराह रहे हैं लेकिन सरकार गूंगी और बहरी हो गई है. उसे लोगों की कराह सुनाई नहीं दे रही है.

Advertisement

जंतर मंतर पर एक दिन का उपवास शुरू करने से पहले राजघाट जाने से पूर्व अन्ना ने संवाददाताओं से कहा कि इसके लिए बड़ा आंदोलन होगा. तब सरकार ध्यान देगी. सरकार ने मनरेगा योजना शुरू की लेकिन ये लोग (भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वाले) इसे बेहतर बनाने की कोशिश में मारे गए. अन्ना हजारे के उपवास का आयोजन करने वाले टीम अन्ना ने जन लोकपाल विधेयक को अमलीजामा नहीं पहनाने के लिए सत्तारूढ कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया.

टीम अन्ना के अनुसार, 2010 के बाद से भ्रष्टाचार की बुराई को उजागर करने की कोशिश में कम से कम 15 लोग अपना बलिदान दे चुके हैं. इसको ध्यान में रखते हुए भ्रष्टाचार का भंड़ाफोड़ करने वालों की सुरक्षा के लिए मजबूत व्यवस्था बनाये जाने की जरूरत है.

 

Advertisement
Advertisement