अन्ना हजारे एक बार फिर दिल्ली आ रहे हैं, लेकिन इस बार वजह आंदोलन नहीं, बल्कि उनकी सेहत से जुड़ा है.
अन्ना हजारे और दिल्ली के बीच गजब के रिश्ते को साल 2011 में पूरी दुनिया ने देखा. अन्ना हजारे ने दिल्ली में ही पिछले साल कई बार देश की सत्ता में बैठी सरकार को भी घुटने टेकने पर मजबूर किया.
भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ मजबूत लोकपाल बिल के लिए अप्रैल 2011 में दिल्ली से अन्ना हजारे ने अपने आंदोलन की शुरुआत की थी. अन्ना हजारे फिर से उसी दिल्ली में आ रहे हैं, जहां से उन्होंने पिछले साल अपनी मुहिम और मंजिल को पाने के लिए आंदोलन की अलख जगाई थी, लेकिन इस बार वजह औऱ मकसद कुछ और ही है.
अन्ना हजारे रविवार दोपहर दिल्ली पहुंचने वाले हैं. वे दिन में अपने गांव रालेगण सिद्धि से पुणे पहुंचेंगे. फिर पुणे से वे दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे और दोपहर दिल्ली पहुंचेंगे.
इस बार दिल्ली में अन्ना हजारे सिर्फ दो दिन ही रुकेंगे. दरअसल, अगस्त 2011 में 13 दिनों तक अन्न को त्यागने वाले अन्ना की तबीयत अभी भी ठीक नहीं है. अन्ना अभी सौ फीसदी फिट नहीं हैं और उनकी बीमारी अभी भी उन्हें परेशान कर रही है. जानकारी के मुताबिक अपनी उसी बिगड़ी हुई सेहत के इलाज के लिए अन्ना दिल्ली आ रहे हैं.
अन्ना हजारे की उम्र 74 का पड़ाव पार चुकी है और इस उम्र में उनकी सेहत का पूरी तरह से ठीक न होना चिंता की बात है. मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में 27 दिसंबर 2011 को अपने साल के तीसरे अनशन से पहले ही अन्ना की तबीयत खराब हो चुकी थी और उसके बाद अबतक अन्ना पूरी तरह से तंदुरुस्त नहीं हो पाएं हैं.
सवाल यह उठता है कि पिछले कई दिनों से इलाज करा रहे अन्ना हजारे की तबीयत आखिर क्यों ठीक नहीं हो रही है? क्यों अन्ना पर दवाइयों का असर सही तरीके से नहीं हो पा रहा है? क्या अन्ना किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित तो नहीं? या फिर अन्ना पर हो रहा है अंग्रेजी दवाईयों का रिएक्शन?उम्मीद है कि अब दिल्ली आने के बाद ही अन्ना हजारे की बीमारी का सच सामने आएगा.