सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने यू-टर्न लेते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों में उन्हें क्लीनचिट दे दी.
हजारे ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री पर अपना रूख नरम कर लिया और नाम लिए बगैर सोनिया गांधी पर आरोप मढ़ दिया.
उन्होंने कहा, ‘मनमोहन सिंह ईमानदार आदमी हैं और भ्रष्टाचार में उनके संलिप्त होने का सीधा सबूत नहीं है. बहरहाल कोई रिमोट कंट्रोल है जो उनके निर्णयों को तय करता है और इसलिए उन पर संदेह है.’
हजारे ने हाल में कहा था कि प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों पर उन्हें विश्वास नहीं है. उन्होंने कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर उन्हें निशाना बनाया था.
उन्होंने कहा था कि अधिकतर निर्वाचित प्रतिनिधि भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और पिछले 65 वर्षों में लोकसभा या राज्य के विधानसभाओं में जनहित में एक भी कानून पास नहीं हुआ.