अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को टाइम पत्रिका ने साल की दस सबसे बड़ी खबरों में से एक माना है.
सबसे बड़ी खबरों की इस सूची में अरब में हुई जनक्रांति और ओसामा बिन लादेन की हत्या की घटना भी शामिल हैं.
टाइम ने 10 सबसे बड़ी खबरों की ऐसी 54 सूचियां जारी की है. ये सूचियां राजनीति, मनोरंजन, व्यापार, खेल और पॉप संस्कृति के क्षेत्रों की हैं.
अन्ना का भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन ‘दस सबसे बड़े विश्व समाचारों’ की सूची में शामिल किया गया है. इस आंदोलन की खबर को ‘अन्ना के अनशन ने भारत को झकझोरा’ शीषर्क से प्रकाशित किया गया है.
पत्रिका ने लिखा है कि इस साल दुनिया के कई देशों में विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन जिस आंदोलन ने असंतोष को सबसे प्रभावशाली तरीके से सामने रखा वो अन्ना का अहिंसात्मक आंदोलन था. भ्रष्टाचार में शामिल राजनेताओं की कारगुजारियों से जूझते देश में इसने सत्तासीन गठबंधन की जड़ें हिला दीं.
पत्रिका के अनुसार अन्ना के अनशन ने देश के कई शहरों में विशाल जनसमूह को अपने साथ जोड़ लिया. अन्ना ने यह अनशन भ्रष्टाचार विरोधी जांच इकाई लोकपाल के गठन की मांग को लेकर किया था.
पत्रिका ने एक अन्य सूची में सत्यसाईं बाबा के निधन को भी साल की दस सबसे बड़ी खबरों में से एक बताया है. सत्यसाईं बाबा के निधन की खबर को ‘दस सबसे बड़ी धार्मिक खबरों’ की सूची में शामिल किया गया है.