सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अपना एक दिवसीय अनशन रविवार को यहां जंतर मंतर पर सुबह लगभग 11.30 बजे शुरू कर दिया. अनशन स्थल पर पहुंचने से पहले अन्ना राजघाट गए और वहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर मत्था टेका.
अन्ना का अनशन शुरू होने से पहले जंतर मंतर पर उपस्थित सभी लोगों ने देश में भ्रष्टाचार का विरोध करने के दौरान अपनी जान गंवाने वाले अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए खड़े होकर दो मिनट का मौन रखा और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
अन्ना के आज के सांकेतिक अनशन की खास बात यह है कि भ्रष्टाचार का विरोध करने के दौरान मारे गए जाबाज अधिकारियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के परिजन भी मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.
जंतर मंतर पर अन्ना के साथ मंच पर उनके प्रमुख सहयोगी, सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश संतोष हेगड़े, सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण, सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल आदि प्रमुख लोग मौजूद हैं.
अन्ना देश से भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए एक प्रभावी लोकपाल कानून की मांग को लेकर एक लम्बे समय से आंदोलन कर रहे हैं. उनके आंदोलन ने देशभर में लोगों का ध्यान अपनी ओर खीचा है.
सरकार ने एक लोकपाल विधेयक संसद में पेश किया है और लोकसभा ने उसे अपनी मंजूरी भी दे दी है लेकिन यह विधेयक अभी राज्यसभा में पारित नहीं हो पाया है, क्योंकि राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है.
सरकार मौजूदा बजट सत्र में राज्यसभा में इस विधेयक को पारित कराने की कोशिश में जुटी हुई है लेकिन अन्ना इस विधेयक को कमजोर बताते हैं और उन्होंने इसे वापस लेने की सरकार से मांग की है.