प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर कहा कि जन लोकपाल विधेयक को पारित कराने के पीछे नियम-कानूनों की दी जा रही दुहाई ठीक नहीं है.
उन्होंने पत्र में लिखा है, 'नियम और कानून जनता के लिए है, जनता से ऊपर नहीं है.' उन्होंने कहा कि यदि आप और संसद के सदस्य चाहते हैं कि मैं अपना अनशन समाप्त कर दूं तो आपको जन लोकपाल के तीन प्रमुख बिंदुओं पर संसद में प्रस्ताव पास करवाना होगा.
अन्ना हजारे ने लोकपाल की तरह राज्यों में लोकायुक्तों, नागरिक चार्टर और नीचे से ऊपर तक के सभी कर्मचारियों को इसके दायरे में लाने की मांग की है. उन्होंने लिखा है, 'क्या इन तीनों मुद्दों पर प्रस्ताव लाया जा सकता है? मुझे उम्मीद है कि सभी सांसद इससे सहमत होंगे. बाकी मुद्दों पर निर्णय लिए जाने तक मैं रामलीला मैदान में ही बैठा रहूंगा.'